ज्येष्ठ शुक्ल ७ , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंके विरोधके कारण एम.आय.एम. दलके धर्मांध संसद सदस्य असदुद्दीन ओवैसीको नासिक तथा धुले जनपदमें प्रवेश करनेके लिए प्रतिबंध !
हिंदुओ, धर्मांधोंके विषैले प्रचारका विरोध वैध मार्गसे करें !
नासिक – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद, श्रीराम मंदिर सेवा समितिद्वारा यह मांग की गई थी कि मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लीमिन (एम.आय.एम.) इस दलके वादग्रस्त धर्मांध संसद सदस्य असदुद्दीन ओवैसीका मालेगांव तथा धुलेमें प्रवेश करना प्रतिबंधित करें । (धर्मांध ओवैसीकी भेंटके लिए विरोध करनेवाले हिंदुत्वनिष्ठ संगठनोंका अभिनंदन ! हिंदुओ, यही आदर्श सामने रखकर सभी स्थानोंपर होनेवाली ओवैसीकी सभाओंका वैध मार्गसे विरोध करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) परिणामस्वरूप अधिनियम एवं सुव्यवस्थाको धोखा उत्पन्न होनेकी संभावना ध्यानमें रखते हुए पुलिसने उन्हें इन दोनों जनपदमें प्रवेश करनेके लिए १ मासका प्रतिबंध किया था । (धार्मिक अनबन उत्पन्न करनेवाले इस प्रकारके धर्मांधोंकी सभाओंको सदाके लिए प्रतिबंधित करना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१३ जूनको धुलेमें, तो १४ जूनको मालेगांवमें आवैसीकी भेंट निश्चित की गई थी । मालेगांवकी सभा हेतु स्थानीय प्रशासनके पास अनुमति मांगी गई थी । इसकी सूचना प्राप्त होते ही, हिंदुनिष्ठ संगठनोंने प्रशासनको निवेदन दिया । इस निवेदनमें ओवैसीके वक्तव्यके कारण मालेगांव नगरकी शांति न्यून होनेकी संभावना व्यक्त की गई थी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात