ज्येष्ठ शुक्ल १३ , कलियुग वर्ष ५११५
भारत ‘बलात्कारियोंका देश’ ऐसी उत्पन्न प्रतिमा नष्ट करने हेतु इस प्रकारके दंडकी ही आवश्यकता है !
कुवैत – कुवैतमें १८ जूनको इजीप्तके नागरिक दो अपराधियोंको सामूहिक स्थानपर फांसी दी गई । अहमद अब्दुलसलाम अल बालीने एक लडकेपर तथा एक लडकीपर बलात्कार किया था, तो हज्जाज सादीने एक दंपतिको जलाकर उनकी हत्या की थी । पिछले ६ वर्षोंसे कुवैतमें फांसी देनेपर प्रतिबंध लगाया गया था । यह दंड अब पुनः आरंभ किया गया है । अप्रैल माहमें तीन अपराधियोंको सामूहिक स्थानपर फांसीका दंड दिया गया । अभीतक ४६ जनोंपर फांसीके दंडकी कार्यान्विति शेष है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात