ज्येष्ठ पूर्णिमा , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदू जनजागृति समिति द्वारा किए गए प्रबोधनका परिणाम !
हिंदुओ, इस यश हेतु श्रीकृष्णके चरणोंमें कृतज्ञता व्यक्त करें !
मुंबई – भारतीय जीवन बीमा निगमकी सांताक्रूज शाखा द्वारा भवनके सामने भारतमाताके चित्रका फलक रखा था । उसमें भारतमाताके हाथमें भारतके राष्ट्रध्वजके स्थानपर ‘एल.आइ.सी.’ नाम लिखा ध्वज दिया गया था । इस प्रकार इस विज्ञापनके माध्यमसे भारतमाताका अपमान किया गया था । हिंदू जनजागति समिति द्वारा प्रबोधन करनेपर वहांके अधिकारियोंने यह फलक तुरंत हटाया ।
मुंबईके एक राष्ट्राभिमानी श्री. मोहन शिंदेने भारतमाताके अपमानके संदर्भमें समितिसे संपर्क किया । इसके पश्चात समितिके सर्वश्री सिमीत सरमलकर, सतीश जगताप, श्रीमती नीता चव्हाण, श्रीमती परबने शाखाधिकारियोंसे भेंट की तथा यह अपमान रोकने हेतु लिखित निवेदन दिया । पूरे विश्वमें देशको माताका स्थान देनेवाला भारत एकमेव देश है । इस देश हेतु क्रातिकारियोंने अपने प्राणोंकी आहुति दी । अनेक लोगोंने सर्वस्वका बलिदान दिया । ऐसी स्थितिमें चित्रमें भारतमाताके हाथमें तिरंगेकी अपेक्षा एल.आइ.सी.का नाम लिखा झंडा देना अत्यंत अनुचित है तथा यह देशका अपमान ही है । इससे सारे भारतीयोंकी राष्ट्रीय भावनाओंको ठेस पहुंचती है । अत: यह विज्ञापन तुरंत रद्द किया जाए, निवेदन द्वारा उनसे ऐसी मांग की गई । समितिके निवेदनकी ओर तत्परतासे ध्यान देकर संबंधित अधिकारियोंने तत्क्षण वहांसे फलक हटाया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात