Menu Close

२००२ के दंगेका सूत्र दोहराकर नरेंद्र मोदीके वर्तमान कार्यको दुर्लक्षित करना नासमझदारी है ।

आषाढ कृष्ण १, कलियुग वर्ष ५११५

पणजी, (गोवा) – ख्रिस्ताब्द २००२ में हुए दंगोंके संदर्भमें पुन: पुन: सूत्र उपस्थित कर गुजरातके मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदीके कार्यको दुर्लक्षित करना समझदारीका लक्षण नहीं, ऐसा ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के श्री श्री रविशंकरजीने कहा है । ( मोदीको मौत का सौदागर सिद्ध करनेवाले कांग्रेसी तथा हिंदूद्वेषके कारण मोदीकी एकतरफा आलोचना करनेवाले प्रसारमाध्यम क्या इससे कुछ शिक्षा लेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

प्रुडेंट वृत्तवाहिनीको दिए साक्षात्कारमें श्री श्री रविशंकरजीने आगे कहा, २००२ में घटी घटनाएं दोहराना समझदारीका लक्षण नहीं । उस समय नरेंद्र मोदी नए नए मुख्यमंत्री बने थे । उस समय उनमें अनुभवका अभाव था । अभी वे कैसे कार्य कर रहे हैं, इससे लोगोंको सोचकर निर्णय लेना है ।

कुल मिलाकर सभी संतोंको ढोंगी दर्शानेवाला ‘ओ माई गॉड’ सिनेमा निषेधार्ह ! – श्री श्री रविशंकर

`ओ माई गॉड’ सिनेमा निषेधार्ह है । इस सिनेमामें धार्मिकताको अनुचित दिखाया गया है । संत, देवता एवं धर्मके संदर्भमें अनुचित प्रतिमाका युवकोंपर अयोग्य परिणाम होता है । कुछ संत ढोंगी होंगे; किंतु सारे संतोंको एकसाथ ढोंगी सिद्ध करना अनुचित है, ऐसा श्री श्री रविशंकरजीने प्रुडेंट वृत्तवाहिनीको दिए साक्षात्कारमें कहा है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *