आषाढ कृष्ण ७ , कलियुग वर्ष ५११५
विहिंप तथा संघ यदि हिंदुत्व हेतु वास्तवमें सही कार्य करते, तो विहिंपपर ऐसा कहनेकी स्थिति कभी नहीं आती; क्योंकि मुसलमान ऐसा आतंक उत्पन्न करनेकी हिम्मत ही नहीं करते ! हिंदुओ, ऐसी स्थिति स्थापित करने हेतु हिंदू राष्ट्रकी स्थापना करें !
नई देहली – शब्बे-बारातके दिन नई देहलीके रास्तोंपर मुसलमान साइकिल सवारोंसे हुई गडबडी एवं शोरगुलकी विश्व हिंदू परिषद द्वारा आलोचना की गई । विहिंपके नई देहलीके महामंत्री सत्येंद्र मोहनने प्रसिद्धिमाध्यमोंसे बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षोंसे मुसलमान युवक त्यौहारोंपर आतंक उत्पन्न कर रहे हैं । यहांके विहिंपके कार्यालयमें आयोजित बैठकके उपरांत विहिंपके प्रसारमाध्यमप्रमुख विनोद बन्सलने कहा, राजधानीमें जिहादी मुसलमानोंका प्रभाव बढ रहा है । ऐसी स्थितिमें पुलिसकी निष्क्रियताके विरोधमें बैठकमें एक प्रस्ताव पारित किया गया । तथा देहलीके उपराज्यपालसे मांग की गई कि यदि इन मुसलमानोंपर नियंत्रण रखकर उनपर कठोर कार्यवाही नहीं की गई तो ये मुसलमान देहलीके नागरिकोंका जीना असंभव कर देंगे । पिछले कुछ वर्षोंसे उनके द्वारा ऐसे कृत्य होते हुए भी प्रशासन चुप रहकर उन्हें बढावा दे रहा है । विहिंप द्वारा पुलिसमें शिकायत करनेपर भी उनपर कार्यवाही नहीं होती । राजधानी देहलीकी जनताको कबतक इस आतंकवादमें जीना होगा ? ऐसा प्रश्न उन्होंने किया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात