आषाढ कृष्ण ९, कलियुग वर्ष ५११५
पाक हो या बांगलादेश, वहांके धर्मांध हिंदुओंके घर तथा अट्टालिकाएं ही हथियाते हैं ! यह स्थिति पलटने हेतु हिंदुओंद्वारा धर्मप्रेमियोंको ही सत्तामें लाना होगा !
कराची – पाककी राष्ट्रीय अकादमी द्वारा हथियाई गई `हिंदू जिमखाना’ हिंदुओंकी यह ऐतिहासिक अट्टालिका हिंदुओंको वापस प्राप्त होने हेतु प्रशासन सहायता करे, पाक स्थित अल्पसंख्यक हिंदुओंके नेता डॉ. खातू मालजीवनजी द्वारा सिंध विधानसभामें ऐसी मांग की गई।
डॉ. मालजीवनजीने उनके अर्थसंकल्पीय भाषणमें बताया कि हिंदुओंके मंदिर तथा ऐतिहासिक अट्टालिकाएं पाकके कुछ प्रतिष्ठित व्यक्ति एवं संगठनों द्वारा हथियाई गई हैं । कुछ जिहादी आतंकवादियोंने पाक स्थित हिदुओंका जीवन असहनीय कर दिया है । रिंकल कुमारी घटनाका मैं प्रत्यक्षदर्शी हूं । रिंकल कुमारीका बलपूर्वक धर्मांतर किया गया । लगभग ५०० सशस्त्र जिहादी आतंकवादियोंने न्यायाधीश तथा हिंदू समुदायका छल करनेसे न्यायाधीश द्वारा इस घटनाकी ओर ध्यान देनेसे मना किया गया, ऐसा भी डॉ. मालजीवनजीने बताया । बलपूर्वक धर्मांतरकी घटनाओंपर प्रतिबंध लगाने हेतु विधानसभामें अधिनियम पारित किया जाए, ऐसी मांग डॉ. मालजीवनजी द्वारा की गई । (पाककी विधानसभामें मांग करनेवाले डॉ. मालजीवनजीका अभिनंदन ! अल्पसंख्यक होते हुए भी पाक स्थित हिंदुओंके नेता आवाज उठाते हैं, किंतु बहुसंख्य हिंदू होते हुए भी भारत स्थित हिंदुओंके नेता धर्मांधों हेतु कार्य करते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात