आषाढ कृष्ण १०, कलियुग वर्ष ५११५
एक राज्यमें प्रसार हेतु जानेवाले समितिके कार्यकर्ताओंकी जानकारी प्राप्त करने हेतु पुलिस द्वारा वहांके एक कार्यकत्री की पूछताछ !
राष्ट्र तथा धर्म प्रेमियोंकी पूछताछमें समय व्यर्थ गंवानेसे पुलिस यदि जिहादी आतंकवादियोंके विरोधमें कृत्य करती, तो अबतक देशसे आतंकवाद नष्ट हो गया होता !
हिंदू जनजागृति समितिके एक कार्यकर्ता प्रसार हेतु एक राज्यमें जानेवाले थे । पुलिसने उस राज्यकी समितिकी एक कार्यकत्रीकी पूछताछ कर उससे इस कार्यकर्ताके विषयमें जानकारी प्राप्त करनेका प्रयास किया । एक पुलिसने पिछले ८ दिनोंमें इस कार्यकत्रीसे अनेक बार दूरध्वनि कर राज्यमें आनेवाले कार्यकर्ताओंके विषयमें पूछताछ की । आरंभमें इस कार्यकत्रीको इस विषयमें कुछ भी जानकारी नहीं थी । इसके उपरांत पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओंके नियोजनके विषयमें पूछताछ की गई । कार्यकत्रीने जब पूछा कि यह जानकारी उन्हें कहांसे मिली, तो पुलिसने जानकारी देनेकी बात टाल दी । इस कार्यकर्ताका राज्यमें आनेका नियोजन स्थगित होनेकी बात बतानेपर पुलिसने पुन: दूरध्वनि नहीं किया ।
समिति द्वारा इस राज्यमें राज्यव्यापी हिंदू अधिवेशन आयोजित करनेका नियोजन किया जानेवाला है । उस दृष्टिसे पुलिस अभीसे हिंदुत्ववादियोंपर ध्यान रख रही है, यह इसका एक उदाहरण है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात