मंदिर मुद्दे पर लौटी भाजपा

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मंदिर मुद्दे पर लौटी भाजपा

७ जुलाई २०१३


फैजाबाद – अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर मुद्दे को धार देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी अमित शाह ने रामजन्मभूमि पर जल्द मंदिर निर्माण की कामना की। उन्होंने कहा कि अयोध्या करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है और यहां जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। वह शनिवार को पूर्वाह्न रामलला का दर्शन करने के बाद मीडिया से मुखातिब थे।

शाह ने कहा, मैंने रामलला से देश में सुशासन लाने व कांग्रेस को वनवास देने की प्रार्थना की है। देश कांग्रेस से मुक्त होना चाहिए। उन्होंने हनुमानगढ़ी में हनुमंत लला के भी दर्शन किए। फिर कारसेवकपुरम में हुई अवध प्रांत की बैठक में कहा कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। पार्टी ने कभी अपने मुद्दों या विचारधारा को नहीं छोड़ा था और न ही कार्यकर्ताओं को जयश्रीराम का नारा लगाने से कभी रोका। इसलिए कार्यकर्ताओं को यह भ्रम दूर कर देना चाहिए कि भाजपा ने मंदिर के मुद्दे को छोड़ दिया है। कार्यकर्ताओं को प्रत्याशी के नाम की घोषणा का इंतजार किए बिना पार्टी को जिताने के प्रति दृढ़ संकल्पित हो जाना चाहिए।

अमित शाह ने कहा कि चुनाव में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी कार्यकर्ताओं के लिए मददगार साबित होगा। उन्होंने १५ अगस्त तक बूथ कमेटियों का गठन पूरा करने की नसीहत दी।

बैठक में वोट बैंक के जातिगत बंटवारे का सवाल उठने पर उन्होंने कहा कि भाजपा में सभी जातियों के लोग हैं। जरूरत कार्यकर्ताओं के आम आदमी तक जाने की है। पार्टी से पिछड़े वर्गो की दूरी के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि पिछड़ों के लिए जितना काम भाजपा ने किया उतना किसी और पार्टी ने नहीं किया। कार्यकर्ताओं को पिछड़े वर्ग के लोगों को यह बताना चाहिए कि सपा अल्पसंख्यकों को जो नौ फीसद आरक्षण देने की बात कर रही है वह पिछड़ों के आरक्षण में से ही दिया जाएगा।

बैठक के बाद उन्होंने मणिरामदास छावनी जाकर श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास से आशीर्वाद लिया। न्यास अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि अयोध्या में जल्द राम मंदिर का निर्माण होगा।

स्त्रोत : दैनिक जागरण 


अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाएंगे : यूपी बीजेपी के प्रभारी अमित शाह

६ जुलाई २०१३

यूपी बीजेपी के प्रभारी अमित शाह

यूपी बीजेपी के प्रभारी अमित शाह

नई दिल्ली – करीब १७ सालों से राम मंदिर आंदोलन को ठंडे बस्ते में रखने वाली बीजेपी २०१४ लोकसभा चुनावों में भगवान राम को भुनाने के मूड में दिख रही है । इसका संकेत यूपी बीजेपी के प्रभारी और नरेंद्र मोदी के करीबी अमित शाह ने अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद अपने बयान के जरिए दे दिया है । शाह ने कहा कि उन्होंने रामलला से कांग्रेस मुक्त देश का आशीर्वाद मांगा है ताकि सुशासन आ सके । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने यह भी प्रार्थना की है कि जल्द रामलला का भव्य मंदिर बना सकें ।

पार्टी के अवध क्षेत्र के नेताओं की बैठक के लिए शनिवार को अमित शाह अयोध्या पहुंचे और सबसे पहले रामलला के दर्शन के लिए गए । रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने अयोध्या के प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी का भी दर्शन किया । शाह ने संदेश देने की कोशिश की है कि पार्टी हिन्दुत्व के एजेंडे पर पहले की तरह कायम है । हालांकि, इस मौके पर पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर भी अमित शाह ने इशरत जहां एनकाउंटर के मुद्दे पर कुछ नहीं बोला ।

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी धारा-३७० के मुद्दे को उठाया था । सूत्रों की मानें तो जेडी(यू) से दोस्ती टूटने के बाद बीजेपी ने अगले लोकसभा चुनाव में अपने मूल अजेंडे पर वापस आने का मन बना लिया है ।

बीजेपी की बैठक उसी कारसेवकपुरम में चल रही है, जो कभी श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन का केंद्र रहा था । सूत्रों की मानें तो पार्टी की मंशा बैठक के बहाने ही अयोध्या सहित पूरे कारसेवकपुरम को चर्चा में लाने की है, ताकि देश भर के हिंदुओं के बीच एक संदेश जा सके कि बीजेपी राम मंदिर के मुद्दे पर किसी तरह के समझौते के मूड में नहीं है । लंबे समय से अवध क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक लखनऊ में होती रही है, जबकि इस बार यह बैठक अयोध्या में हो रही है ।

अवध क्षेत्र में विधानसभा की कुल ८१ सीटें हैं, जिनमें से सिर्फ ६ सीटें ही बीजेपी के पास हैं । इसके अलावा, लोकसभा की १६ सीटों में से बीजेपी सिर्फ लखनऊ सीट पर ही काबिज है । अवध क्षेत्र से बीजेपी के राज्यसभा के २ सांसद कुसुम राय और विनय कटियार भी हैं । कुल मिलाकर, बीजेपी की इस क्षेत्र में स्थिति काफी दयनीय है । इस बैठक में अवध क्षेत्र के १४ जिलों के करीब १५० नेता शामिल हो रहे हैं ।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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