आषाढ शुक्ल १ , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओ, आपके धर्माचरणपर आघात करनेवाला हिंदूविरोधी कानून स्थायी रूपसे निरस्त होनेतक तीव्र विरोध करें !
मुख्यमंत्रीके वक्तव्यके विरोधमें वारकरियोंका असंतोष जारी !
बैठकमें मार्गदर्शन करते समय ह.भ.प. माधव महाराज शिवणीकर |
बारामती, ८ जुलाई (वार्ता) – मुख्यमंत्रीने आगामी अधिवेशनमें अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून पारित करनेकी घोषणा की है । शासनने वारकरियोंको अभीतक कानूनका प्रारूप नहीं दिया है । यह वारकरियोंके साथ छल है । वर्षाकालीन अधिवेशनमें प्रस्तुत किए जानेवाले विधेयकमें वारकरी संप्रदायके लिए कष्टदायी धाराएं अंतर्भूत हैं । अतः वारकरियोंद्वारा इस कानूनका तीव्र विरोध है । इसलिए ह.भ.प. माधव महाराज शिवणीकरने “संतश्रेष्ठ ह.भ.प. सोपानकाका महाराज पालकी समारोह’’के सोमेश्वर सहकारी शक्कर कारखानेके निवास बैठकमें ७ जुलाईको चेतावनी दी है कि यदि यह कानून पारित किया गया, तो सरकारको उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे ।
संतसाहित्यकी निंदा करनेवाले व्यक्तियोंके विरोधमें कानून बनाएं !
ह.भ.प. माधव महाराज शिवणीकरने आगे कहा कि वणी (जनपद नाशिक) में वारकरियोंको “तूमार’’ गानेके कारण एट्रॉसिटी कानूनके अंतर्गत कारागृहमें बंद किया गया । कोल्हापुरमें ब्लैक पैंथर संगठनके कार्यकर्ताओंने तुकाराम महाराजजीकी गाथा जलाई; परंतु पुलिसद्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई । ये सभी घटनाएं गंभीर हैं । संत एवं संतसाहित्यकी निंदा करनेवाले व्यक्तियोंपर कार्यवाही होने हेतु कठोर कानून होना चाहिए ।
इस अवसरपर पालकी समारोहके प्रमुख अधिवक्त्ता ह.भ.प. गोसावी महाराज तथा राष्ट्रीय वारकरी सेनाके ह.भ.प. बापू महाराज रावकरके साथ १०० से अधिक लोग, दिंडीप्रमुख, दिंडीचालक-मालक, कीर्तनकार एवं प्रवचनकार उपस्थित थे ।
बैठकमें लिए गए निर्णय
१. वारकरियोंकी भावनाओंको सरकारतक पहुंचाने हेतु बारामतीमें सरकारको पालकी मार्गपर निवेदन दिया जाएगा ।
२. कानूनके निषेधार्थ उचित समयपर कठोर रणनीति अपनायी जाएगी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात