अद्ययावत
- भाग्यनगरमें इस्कॉनद्वारा प्रदर्शन ! (१३ अगस्त २०१३)
- इस्कॉनके आंदोलनकी सिद्धता ! (१ अगस्त २०१३)
- भाग्यनगरमें इस्कॉन मंदिरकी भूमि मेट्रो रेलको देनेसे इस्कॉनका विरोध (२१ जुलाई २०१३)
भाग्यनगरमें इस्कॉनद्वारा प्रदर्शन !
१३ अगस्त २०१३
भाग्यनगरमें इस्कॉन मंदिरकी भूमि मेट्रो रेल योजना(प्रकल्प)के अंतर्गत अधिकारमें लेनेके विरुद्ध ८ अगस्तको इस्कॉनने भाग्यनगरमें प्रदर्शन किया । उस समय हिंदू जनजागृति समिति, भाजपा, श्रीराम युवा सेना आदि संगठनोंका सहभाग था । छायाचित्रमें श्री. ठाकुर राजा सिंह मार्गदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
इस्कॉनके आंदोलनकी सिद्धता !
१ अगस्त २०१३
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हिंदुओंके मंदिरोंपर आघात करनेवाले क्या अनधिकृत मस्जिद तथा मदरसोंपर कार्यवाही करेंगे ?
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भाग्यनगर मेट्रो रेल हेतु इस्कॉन मंदिरकी भूमि नियंत्रणमें लेनेकी घटना
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आज सिकंदराबादमें आयोजित आंदोलनमें हिंदू जनजागृति समिति भी सम्मिलित हुई ।
भाग्यनगर – भाग्यनगर मेट्रो रेल प्रकल्प हेतु यहांके इस्कॉन मंदिरकी भूमि नियंत्रणमें ली जाएगी । इस्कॉन प्रशासनके इस निर्णयका विरोध कर रहा है ।
१. आंदोलनकी जानकारी देते हुए इस्कॉनके सिकंदराबाद प्रमुख डॉ. सहदेव दासने बताया कि वे अधिनियमानुसार नहीं लडेंगे; क्योंकि वर्तमान न्यायप्रणाली भ्रष्ट हो चुकी है । अत: उसपर उनका विश्वास नहीं है । यह समस्या लेकर वे जनताके न्यायालयमें जानेवाले हैं । (जनताके मनमें उत्पन्न न्यायतंत्रके विषयमें यह मत देशकी लोकशाहीके व्यर्थ सिद्ध होनेका दर्शक है । – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
२. इस्कॉनने आंदोलन हेतु ५० स्वयंसेवकोंका एक दल स्थापित किया है । यह दल मेट्रो रेल हेतु मंदिरकी भूमि संपादन करनेवालोंका विरोध करेगा । आवश्यकता पडनेपर यह दल `बुलडोजर’के सामने लेटनेमें भी आनाकानी नहीं करेगा ।
३. डॉ. सहदेव दास अन्य संगठनोंके प्रतिनिधियोंके साथ कार्यालयीन समयमें भाग्यनगर शहरके पुलिस आयुक्तसे मिलने उनके कार्यालयमें गए, उस समय वे दूरदर्शनपर कार्यक्रम देखनेमें मस्त थे । आयुक्त इन प्रतिनिधियोंकी ओर देखने हेतु भी सिद्ध नहीं थे । तुम तुम्हारा आवेदन पत्र रखकर जा सकते हो, उन्होंने ऐसा कहा । आयुक्तने उनके आनेका कारण भी नहीं पूछा; दूरचित्रवाहिनीपर अर्धनग्न महिलाओंको देखनेमें ही वे मस्त थे । उन्हें दूसरोंके अस्तित्वका/उपस्थितिका ज्ञान नहीं था । अत: उन्होंने रास्ता रोककर निषेध करनेका निर्णय लिया, ऐसा डॉ. सहदेवने कहा ।
४. भाग्यनगर शहरमें कुछ घंटे यातायात रोककर आंदोलन किया गया था ।
५. लोग आंदोलनके माध्यमसे ही प्रशासकीय आदेशके विरोधमें लड सकते हैं, ऐसा उन्होंने कहा ।
६. २००८ में भी इस्कॉन मंदिर उद्ध्वस्त करनेका प्रयास हुआ था । यह उसीकी पुनरावृत्ति है ।
७. २६ जुलाईको मेट्रो रेल महामंडलके कार्यालयके समक्ष प्रदर्शन किए गए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
भाग्यनगरमें इस्कॉन मंदिरकी भूमि मेट्रो रेलको देनेसे इस्कॉनका विरोध
२१ जुलाई २०१३
हिंदुओ, इस्कॉन एक धार्मिक संस्था होनेके कारण उसका सरकारीकरण करना असंभव है, अत: इस प्रकार उसे लूटनेका प्रयास करनेवाले हिंदूद्रोही शासनकर्ताओंका विरोध करें !
इस्कॉन मंदिर, सिकंदराबाद |
भाग्यनगर – यहां इस्कॉनने मेट्रो रेल प्रकल्प कार्यान्वित करने हेतु इस्कॉन मंदिरकी भूमि नियंत्रणमें लेनेका प्रयास करनेवाले आंध्रप्रदेश राज्य प्रशासनका विरोध किया है । अगले सप्ताहसे इस्कॉनद्वारा इसके विरुद्ध पूरे राज्यमें प्रचार किया जाएगा, इस्कॉनके प्रमुख श्री. सहदेव दासने यह जानकारी दी ।
इस मेट्रो प्रकल्पको ध्यानमें रखकर प्रशासननेजारी सूचनापत्रमें अंकित किया है कि सिकंदराबादके सरदार पटेल मार्ग स्थित सेंट जॉन गिरिजाघरके सामनेकी साढेतीन सहस्र यार्ड भूमिमेंसे १ सहस्र ७०० यार्ड भूमि इस्कॉनकी है; वहां मेट्रो रेल मार्गका निर्माण किया जाएगा ।
धर्माभिमानी हिंदू निम्नांकित मार्गिकापर निषेध व्यक्त कर रहे हैं । |
इस्कॉन मंदिर, सिकंदराबाद |
स्त्रोत : इस्कॉन न्यूज