आषाढ शुक्ल १३ / १४ , कलियुग वर्ष ५११५
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नई दिल्ली – भाजपा की चुनाव प्रचार अभियान समिति को विस्तार देने के बाद अमेरिका पहुंचे पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह का अमेरिकी संसद में जबरदस्त स्वागत हुआ। अमेरिकी संसद में वरिष्ठ सदस्य फालियोमागेवा ने भाजपा अध्यक्ष के पूरे सियासी जीवन का न सिर्फ उल्लेख किया, बल्कि उनके सामने ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल का बखान करते हुए उन्हें वीजा दिए जाने की पैरवी की। अमेरिकी सांसद ने भाजपा अध्यक्ष का स्वागत करते हुए मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद का सशक्त दावेदार बताया। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि अमेरिका को गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ नए सिरे से रिश्ते बनाने के प्रयास करने चाहिए।
यह पहली बार है कि भारत के किसी विपक्ष के नेता का अमेरिकी उच्च सदन में इस तरह से स्वागत किया गया हो। राजनाथ सिंह शनिवार को ही अपने राजनीतिक सलाहकार और प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, महासचिव अनंत कुमार व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ सदस्य राम माधव के साथ अमेरिका पहुंचे हैं। राजनाथ की यह पहली अमेरिका यात्रा है, लेकिन वह ऐसे समय में गए हैं, जबकि अभी वित्त मंत्री पी चिदंबरम और वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा वहीं से लौटे हैं। जिस तरह से अमेरिका ने भाजपा अध्यक्ष के स्वागत में पलक-पांवड़े बिछाए, उससे साफ है कि वह हिंदुस्तान में सियासत दूसरी ही दिशा में जाते देख रहा है।
अमेरिकी संसद की एशियाई मामलों की उप समिति के सदस्य होने के नाते फालियोमागेवा ने राजनाथ का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने राजनाथ के अध्यक्ष रहते दक्षिण भारत में भाजपा की पहली सरकार बनने से लेकर उनकी तमाम उपलब्धियों और सबसे ज्यादा राज्यों में भाजपा की सरकारें होने का वर्णन किया। उन्होंने अमेरिका-भारत रिश्तों को मजबूती के लिए किए गए प्रयासों के लिए भी राजनाथ का शुक्रिया अदा किया।
सबसे दिलचस्प रहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी को भाजपा चुनाव प्रचार अभियान समिति का अध्यक्ष बनाने के लिए बधाई भी दी। फालियोमागेवा वैसे भी मोदी को अमेरिकी वीजा देने और उनसे संबंध बढ़ाए जाने के पैरोकार रहे हैं। इस मौके पर भी उन्होंने कहा कि वह गरीबों के हित के लिए मोदी के विकास कार्यो के खुले समर्थक हैं। उन्होंने सभी धर्मो, जातियों, क्षेत्रों और लिंगभेद से ऊपर उठकर सभी वर्गो के लिए विकास किया है। बकौल फालियोमागेवा मोदी के अद्भुत विचारों से दुनिया का भला होगा और यह समय है कि अमेरिका अपना रुख बदले। उनका इशारा मोदी को अमेरिकी वीजा देने की तरफ था। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार को मोदी के साथ तुरंत रिश्ते बहाली के लिए संवाद शुरू करना चाहिए, क्योंकि वह भारत के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं।
स्त्रोत : दैनिक जागरण