श्रावण कृष्ण ५ , कलियुग वर्ष ५११५
शिवसेनाप्रमुखके ढांचेमें सिद्ध शिवसैनिक ही इस प्रकार निर्भय होकर फलनिष्पत्तिकारक कृत्य कर सकते हैं !
अश्लीलताके विरुद्ध निरंतर आंदोलन न करना पडे, इसलिए हिंदू राष्ट्रकी स्थापना करें !
मुंबई – नगरमें ‘नशा’ चित्रपटकी प्रसिद्धि हेतु ईगल होम सिनेमा कंपनीने अभिनेत्री पूनम पांडेकी विवस्त्रावस्थाके भित्तीपत्रक(पोस्टर्स) प्रकाशित किए हैं । उसका विरोध कर शिवसेना चित्रपट सेनाने उन्हें फटकारा है । जब यह अश्लील पोस्टर्स जलाए गए, तब निर्माता आदित्य भाटियाने शिवसेना पक्षप्रमुख श्री. उद्धव ठाकरेको लिखित क्षमापत्र भेज दिया । (नाक बंद करनेके पश्चात ही मुंह खोलनेवाले चित्रपट निर्माता ! चित्रपटमें होनेवाली बीभत्स प्रदर्शनीके कारण ही आज समाज तथा राष्ट्रमें अश्लीलताकी मात्रा बढ गई है । इसलिए इस प्रकारके चित्रपटोंका बहिष्कार करना ही चाहिए; किंतु इस प्रकारके चित्रपटोंको अनुमति देनेवाले परिनिरीक्षण मंडलको भी धर्माभिमानी हिंदुओंद्वारा फटकार मिलनी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) इस क्षमापत्रमें उन्होंने बताया कि हम यह भित्तीपत्रक निकाल रहे हैं । भविष्यमें परिनिरीक्षण मंडलद्वारा सम्मत भित्तीपत्रकं ही प्रकाशित करेंगे । (अर्थात परिनिरीक्षण मंडलद्वारा असम्मत भित्तीपत्रक प्रकाशित कर चित्रपटोंका प्रसार हो रहा था । परिनिरीक्षण मंडलका अनादर तथा अधिनियमका उल्लंघन, इसके लिए परिनिरीक्षण मंडल आदित्य भाटियापर कौनसी कार्रवाई होनेवाली है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) आंदोलनका यह दीठ(लोन) संपूर्ण महाराष्ट्रमें पैâला है । शिवसैनिकोंने चेतावनी दी कि यदि विकृत पोस्टर्स नहीं हटाए गए, तो दंड देंगे । तदुपरांत भाटियाने क्षमापत्र भेजा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात