श्रावण शुक्ल ४ , कलियुग वर्ष ५११५
नांदेड महापालिकाके प्रचार हेतु `मजलीस-ए इत्तेहादूल मुस्लीमिन’ पक्षके आंध्रप्रदेश विधायक अकरुबद्दीन ओवैसीद्वारा दिसंबर २०१२ में किए प्रक्षोभक भाषणकी चलचित्र चक्रिका तीन-चार माहसे जानबूझकर सामाजिक संकेतस्थलोंपर रखी जा रही है । इनमेंसे एक चलचित्र चक्रिका http://www.youtube.com/watch?v=hbKncT57Fxs मार्गिकापर उपलब्ध है । इसमें ओवैसीने महाराष्ट्र प्रशासनका अपमान किया है, तथा हिंदूद्वेष एवं महाराष्ट्रद्वेषके कारण ठाकरे बंधुओंका अनादर किया है ।
ओवैसी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभाका घोर अपमान !
११ अगस्त २०१२ को आजाद मैदानमें धर्मांध मुसलमान वक्ताओंद्वारा १ घंटातक भडकाऊ भाषण देनेनेसे वहांके ५० सहस्र धर्मांधोंने हिंसा कर पुलिस तथा वार्ताकारोंकी अमानुषिक पिटाई की थी । भडकानेवाले भाषण देनेपर धर्मांध मुसलमान हिंसा करते हैं, इस घटनासे यह सबने अनुभव किया है । इस घटनाको आज १ वर्ष पूरा हो रहा है । जिहादियों की धर्मांधता बढाकर उनमें हिंदूद्वेष एवं महाराष्ट्रद्वेष बढाकर महाराष्ट्रकी सत्तामें आनेका प्रयास करनेवाले ओवैसी सरेआम ऐसे भडकानेवाले भाषण दे रहे है; किंतु पुलिस उनपर कोई भी कार्यवाही नहीं करती ।
ओवैसीके भडकानेवाले वक्तव्य आगे दिए हैं –
१. बमविस्फोटकी घटनामें जब भाग्यनगर (हैदराबाद)के धर्मांध युवकोंको बंदी बनाया गया, तब मैंने आंध्रप्रदेशकी विधानसभामें कांग्रेसके मुख्यमंत्रीको कठोर शब्दोंमें सुनाया । उस समय कांग्रेसके मुख्यमंत्रीने विधानसभाके सारे विधायकोंके सामने क्षमायाचना की, तथा बंदी बनाए सारे धर्मांधों को निर्दोष होनेका प्रमाणपत्र देकर हर एकको २ लाख रुपए देना घोषित किया, यह मजलिसकी ताकत है । (ऐसा दबाव लाकर अपराधियोंको छुडानेवाले देशद्रोही लोकप्रतिनिधि तथा उनके दबावके सामने झुकनेवाले कांग्रेसी शासनकर्ता शीघ्र ही इस देशको पाकिस्तान करेंगे इसमें कोई संदेह नहीं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
जब अकबरुद्दीन ओवैसी महाराष्ट्र विधानसभामें आएगा, तब अबू आसीम आजमी कनपट्टीपर चांटा नहीं खाएंगे, अपितु महाराष्ट्र विधानसभा में चांटा लगाकर शपथ लेंगे । (सार्वभौम सभागृह, धर्मांध लोकप्रतिनिधि महाराष्ट्रकी विधानसभाका अनादर करता है तथा पुलिस निष्क्रिय रहती है ! ऐसी पुलिस किस कामकी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
कौन है ये ठाकरे, फाकरे ? यदि हिम्मत हो, तो वे आंध्रमें मेरे यहां आकर दिखाए, मैं तुम्हारे यहां आया हूं । (महाराष्ट्र समाजकारण में सम्मानका स्थान प्राप्त करनेवाले शिवसेनाप्रमुख बालासाहब ठाकरे के आदर्शोंद्वारा राज्यकी राजनीतिमें सक्रिय ठाकरे बंधुओंका अनादर कर महाराष्ट्रके धर्मांधों में महाराष्ट्रद्वेष बढानेवाले ओवैसी ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
यदि मजलिस महाराष्ट्र विधानसभामें होती, तो किसी भी माईके लालमें मुसलमानोंके विरोधमें आवाज उठानेका साहस नहीं होता । यह जिहादियों की शक्ति है, मजलिसकी शक्ति है । जब हम भाग्यनगरकी (हैदराबाद) विधानसभामें खडे हो जाते हैं, तब २८४ विधायकोंको हम सात भारी पडते हैं; अत: हम कहते हैं, एक मियांभाई दस जनोंको भारी है । (हिंदू कायर होनेके कारण एक धर्मांध मियां १० जनोंको भारी पड रहा है । हिंदुओ, २५ कोटि धर्मांधोंके तुम्हें केवल १५ मिनिटोंमें नष्ट करने हेतु तैयार रहनेपर भी और कितने दिन चुपचाप रहोगे ? अपनी रक्षा हेतु स्वसुरक्षा प्रशिक्षण लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
अजीत पवार कहते हैं, एम.आइ.एम. पर कार्यवाही करेंगे !
पुणे – राज्यके उपमुख्यमंत्री अजीत पवारने पुणेके वार्ताकार परिषदमें बताया कि चुनाव लडनेके संदर्भमें संधि-समझौते तथा अधिनियमके अनुसार सब चुनाव लड सकते हैं; किंतु भावना भडकानेवाले अथवा जातीयता फैलानेका प्रयास यदि एम.आइ.एम. द्वारा होता हो, तो प्रशासन विधि तथा न्याय विभागसे विचार विमर्श कर, तथा भडकानेवाले भाषणोंका चिंतन करनेवाले पुलिस दलके विशेष विभाग द्वारा निश्चिती कर इस पक्षपर कार्यवाही करेगा । इस विषयमें प्रशासनकी भूमिका क्या रहेगी, यह प्रश्न पूछनेपर उपमुख्यमंत्री पवारने ऐसा उत्तर दिया । पुणे के वार्ताकार भवनमें आयोजित वार्तालाप के अवसरपर दैनिक सनातन प्रभातकी वार्ताकार कु. शलाका सहस्रबुद्धे ने उपमुख्यमंत्री पवार से कहा कि एम.आइ.एम. पक्षके विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के भाषण दंगे भडकानेवाले होते हैं । यह पक्ष महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लडनेवाला है । तदनुसार इस पक्षने मुंबईमें वांद्रे तथा भेंडीबाजार में पक्ष कार्यालय स्थापित किए हैं । समाजसे इस पक्षपर बंदी लगानेकी मांग हो रही है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात