श्रावण शुक्ल ९ , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओ, बलशाली हिंदूनिष्ठ संगठनोंद्वारा इस अनादरके विरोधमें कोई भी कृत्य नहीं किया जाएगा, अतः आप ही संगठित होकर प्रतिकार करें तथा ऐसे बिस्कीटोंका बहिष्कार करें !
मुंबई – विभिन्न प्रकारके बिस्कीट उत्पाद करनेवाले बिस्क फार्म इस आस्थापनने स्पाईसी बिस्कीटके उत्पादनका विज्ञापन करते समय इस्कॉन नामक विश्वविख्यात हिंदू संप्रदायके हरे रामा हरे कृष्णा इस पवित्र भजनका अनादर किया है । उसके साथ दी टॉप बिस्कीटके उत्पादनका विज्ञापन करते समय महाभारतके पवित्र ग्रंथके पांडव, कुंती तथा द्रौपदीका अनादर किया है ।
धर्माभिमानी हिंदू निम्न निर्देशित पतेपर
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१. स्पाईसी बिस्कीटके विज्ञापनमें किया गया अनादर इस प्रकार है…
इस विज्ञापनमें विश्वविख्यात इस्कॉनके श्रीकृष्ण भक्तोंके संप्रदायका हरे रामा हरे कृष्णा यह पवित्र भजन जिस सुरमें सदा इस संप्रदायके भक्तगण गाते हैं, उसी सुरमें प्रसारण किया है । किंतु अकस्मात ढोलक बजानेवाला भक्त भजन गाते समय ज्येष्ठ साधकको गुरु स्वादमें कुछ स्पाईसी हो जाए, ऐसा कहकर यह बिस्कीट खाता है । तदनंतर तुरंत सर्व भक्तगण यही भजन पाश्चात्य संगीतकी धुनपर पाश्चात्य नृत्य कर विक्षिप्त रूपमें गाना आरंभ करते हैं । इस प्रकार इस विज्ञापनद्वारा इस संप्रदायका तथा भगवान श्रीकृष्णका अनादर किया गया है ।
२. दी टॉप बिस्कीटके विज्ञापनमें अनादर
इस विज्ञापनमें अर्जुन, कुंती तथा द्रौपदीके बीच अनादरयुक्त संवाद इस प्रकार…
अर्जुन : माता, ये देख, मैंने क्या लाया है !
कुंती (पीठ पीछे स्थितिमें ) : जो कुछ लाया है, वह पांच भाईयोंमें बांटकर लेना ।
अर्जुन : यह तो घोर अन्याय है । पिछली बार मैंने द्रौपदीको पांच भाईयोंमें बांटकर लिया था; किंतु अब यह टॉप बिस्कीट कभी भी बांटकर नहीं खाऊंगा ।
द्रौपदी : अच्छा, तो आप मुझे बांट सकते हैं; किंतु इस बिस्कीटको नहीं बांट सकते ?
(यह पढकर जिन हिंदुओंका रक्त नहीं खौलता वे हिंदू ही नहीं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात