श्रावण शुक्ल ११, कलियुग वर्ष ५११५
भाजपाद्वारा अयोध्याके राममंदिरका सूत्र चुनाव वचननामामें न लेनेसे विहिंप निराश हुई !
नागपुर – अयोध्या स्थित रामजन्मभूमिके संदर्भमें अधिनियम लाए तथा चुनाव जीते, विश्व हिंदू परिषदके प्रवक्ता अधिवक्ता प्रकाश शर्माने ऐसा आवाहन किया है । विहिंपने रामजन्मभूमि, गोहत्याबंदी, बढते बखेडोंके कारण पाक-चीनसे चर्चा रोकना, तथा जम्मू-कश्मीरमें लश्करी प्रशासन लाना, यह चार सूत्री कार्यक्रम घोषित किया है । इन सूत्रोंका समर्थन करनेवाला ही देशकी सत्तामें आएगा, ऐसा विहिंपने बताया है । (विहिंप भाजपाको ये सूत्र चुनाव वचननामेमें लेनेपर बाध्य क्यों नहीं करता ? क्या संघ एवं विहिंपका भाजपापर नियंत्रण नहीं रहा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)। यदि कांग्रेस प्रशासन इसी अधिवेशनमें यह अधिनियम पारित करे, तो उनका भी समर्थन करेंगे, शर्माने ऐसा भी कहा । वर्धामें ‘अखंड भारत स्मृतिदिवस’के कार्यक्रमसे पूर्व वे वार्ताकारोंसे बात कर रहे थे ।
शर्माने आगे कहा कि यदि केंद्रका प्रशासन चार-पांच वर्ष और सत्तामें रहा तो, इस देशसे हिंदू ही नष्ट हो जाएंगे । (यह जानते हुए भी विहिंप कांग्रेसको केवल एक रामजन्मभूमि अधिनियमके आधारपर समर्थन देनेका आश्वासन वैâसे दे सकता है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) कांग्रेसके साथ अन्य पक्ष निरंतर गुजरात दंगोंका निर्देश करते हैं; तो किश्तवाडके विषयमें मौन क्यों ? किश्तवाडमें पवित्र रमजान माहमें दंगे हो रहे थे, उस समय मुसलमान बुद्धिवादी कहां गए थे ? कश्मीरमें तत्काल लश्करी प्रशासन लगाना चाहिए ।
२५ अगस्तसे १५ सितंबरतक रामजन्मभूमि यात्रा
आनेवाले चुनाव सामने रखकर विहिंपने २५ अगस्तसे १५ सितंबरतक उत्तरप्रदेशमें रामजन्मभूमि यात्रा आयोजित करनेका निर्णय लिया है । यह यात्रा सरयू नदीतीरपर स्थित मुखाडासे आरंभ होगी । हमने अलाहाबाद उच्च न्यायालयके निर्णयके पश्चात दो वर्ष राह देखी । किंतु कुछ भी कार्यवाही न होनेसे संतोंके निर्णयानुसार यह यात्रा आरंभ हो रही है, अधिवक्ता शर्माने ऐसा कहा । यह कहना क्या विहिंपकी निराशा समझें ? विहिंपद्वारा हिंदुत्ववादियोंको सत्तामें लाकर रामजन्मभूमिका अधिनियम पारित करेंगे, आत्मविश्वासपूर्ण ऐसा वक्तव्य देना अपेक्षित है । रामका जन्म ही नहीं हुआ, ऐसा कहकर रामसेतु तोडनेवाली, बाबरी मस्जिद गिरानेपर विहिंप तथा संघके नेताओंके विरुद्ध जनताको भडकानेवाली, निरंतर मुसलमानोंकी चापलूसी करनेवाली, सहस्रों कोटि रुपयोंका भ्रष्टाचार करनेवाली कांग्रेस क्या विहिंपको अपेक्षित, ऐसा अधिनियम कभी पारित करेगी ? क्या विहिंप इतना भी नहीं जानती ?
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात