श्रावण शुक्ल १२ , कलियुग वर्ष ५११५
आजाद मैदान हिंसाके संदर्भमें
मुंबई – आजाद मैदानमें ११ अगस्त २०१२ को धर्मांध तथा देशद्रोही धर्मांधोंद्वारा की गई भीषण हिंसाको एक वर्ष बीत गया है, किंतु अपराधियोंपर कडी कार्रवाई करने तथा उनसे हानिपूर्तिके लिए कांग्रेस शासन जानबूझकर अनदेखा कर रही है । इस बातका तीव्र निषेध व्यक्त करने हेतु शनिवारको मुंबईमें १५ धार्मिक, हिंदूनिष्ठ तथा राष्ट्रप्रेमी संगठनोंने एकत्रित आकर धोबीघाट श्री महालिंगेश्वर मंदिर (असल्फा)से साकीनाका जंक्शन (सिग्नल)मार्गपर सांयकाल ६.३० से रात्रि ८.३० इस समयमें निषेध मोरचा निकाला । इस मोरचामें अधिकांश संख्यामें हिंदू धर्माभिमानियोंने सहभागी होकर कांग्रेस शासनके विरोधमें संताप व्यक्त किया ।
देशद्रोहियोंकी रक्षा करनेवाले कांग्रेस शासनका धिक्कार !
- महिला पुलिसका विनयभंग करनेवालोंको फांसी देनेकी मांग !
- रजा अकादमीद्वारा हिंसाकी हानिपूर्ति करनेकी मांग !
- पुलिस सिपाही संतोष हांडेकी मृत्युके संदर्भमें हत्याका परिवाद प्रविष्ट करें !
- रजा अकादमी तथा अन्य संगठनोंपर बंदी करें !
शासनको पूछे गए कुछ प्रश्न तथा कुछ मांगें इस प्रकार…
- धर्मांधोंद्वारा निकाले गए मोरचामें महिलाओंका सहभाग न होते हुए भी उस समय महिला पुलिसका आयोजन किसलिए किया गया था ? इसके लिए उत्तरदायी व्यक्तियोंपर कार्रवाई करें !
- निरीक्षक श्रीमती सुजाता पाटिलद्वारा हिंसाके विरोधमें लिखी कविताके विरुद्ध कार्रवाई क्यों की गई ?
- रजा अकादमी तथा अन्य धर्मांध संगठनोंका हिंसक इतिहास जानते हुए भी उन्हें आजाद मैदानपर प्रदर्शनी तथा समारोह हेतु अनुमति क्यों दी गई ? इसके लिए उत्तरदायी व्यक्तियोंपर क्या कार्रवाई करेंगे ?
- भाषण देनेवाले धर्मांध मौलवी, भूतपूर्व पुलिस अधिकारी समशेर खान पठान तथा उपस्थित पुलिस अधिकारी कृष्ण प्रकाशपर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ? इनपर कार्रवाई कब करेंगे ?
- प्रदर्शनीके लिए अनुमति होते हुए भी वहां इकट्ठे हुए युवकोंके पास हॉकी स्टिक्स, लोहेकी कील लगी लाठियां, लोहेके छड, पेट्रोल तथा घातक शस्त्र कहांसे आए ? भीड हिंसक क्यों हुई ? बहकावेवाला वक्तव्य किसने दिया ? इसके उत्तर वैâसे प्राप्त होंगे ?
- धर्मांधोंको पुलिसपर हाथ उठानेका दुस्साहस वैâसे हुआ ? अमर जवान ज्योति तोडकर देशकी अस्मितापर आपत्ति उठानेवालोंको कब दंड दिया जाएगा ?
- अधिकारी तथा कर्मचारियोंको हिंसाचारियोंको मुक्त करनेके लिए बाध्य करनेवाले तत्कालीन पुलिस आयुक्त अरूप पटनाईकपर कार्रवाई क्यों नहीं की गई ?
सहभागी संगठन तथा दल
इसमें बजरंग दल, हिंदू साम्राज्य सेना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू जनजागृति समिति, सनातन संस्था, जय हिंद फाऊंडेशन, स्वाभिमान सेवा, श्री स्वामी समर्थ संप्रदाय, श्री संप्रदाय, योग वेदांत समिति, पू. संत जोशीबाबा परिवार, भारत स्वाभिमानके समस्त धार्मिक, हिंदूनिष्ठ तथा राष्ट्रप्रेमी संगठन, साथ ही शिवसेना, भारतीय जनता दल तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना आदि दल सम्मिलित हुए थे ।
प्रमुख उपस्थिति
शिवसेना नगरसेविका श्रीमती कोमल जामसांडेकर, मनसे नगरसेवक श्री. ईश्वर तायडे, बजरंग दलके विलेपार्ले संयोजक श्री. उमेश राणे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघके विलेपार्ले प्रमुख श्री. विश्वास सुतार, हिंदू जनजागृति समितिके मुंबई समन्वयक श्री. सागर चोपदार तथा श्री. नरेंद्र सुर्वे
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात