श्रावण शुक्ल १३ , कलियुग वर्ष ५११५
लंदन : पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं के लिए समान अधिकार की मांग करते हुए और वहां के अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ यहां पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। ‘अलायंस ऑफ पाकिस्तान एंड ब्रिटिश हिंदूज’ ने एक बयान में कहा, ‘पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के लोग मुसलमान समुदाय के अत्याचार का सामना कर रहे हैं, सिर्फ इस वजह से कि वे हिंदू हैं। मंदिरों को नष्ट करना, हिंदू लड़कियों का अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन एवं शादियां, भारी हिंसा, आर्थिक और राजनीतिक रूप से हाशिए पर डालना जैसी कई समस्याएं हैं।’
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर लिखा था ‘अब और जबरन धर्म परिवर्तन नहीं’। उन्होंने मध्य लंदन के लोडेंस स्कवायर स्थित पाक उच्चायोग में कल एक ज्ञापन देकर पाकिस्तान सरकार से अपने देश में हिंदुओं की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए फौरन कदम उठाने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि उन्हें (हिंदुओं को) अपने मंदिरों में जाने की आजादी नहीं है जिन्हें जानबूझ कर नष्ट कर दिया गया है।
वे समान नागरिक नहीं हैं और धार्मिक भेदभाव का सामना कर रहे हैं। उन्हें अपनी बेटियों और संपत्ती को लेकर सदा भय बना रहता है और धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, सिर्फ इसलिए कि वे मुसलमान नहीं, हिंदू हैं। इसमें कहा गया है कि इसलिए ब्रिटेन का हिंदू समुदाय पाकिस्तान सरकार से सार्थक संवैधानिक एवं कानूनी सुधार करने का अनुरोध करता है ताकि पाकिस्तानी हिंदुओं के साथ समानता का बर्ताव हो और उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त हो। गौरतलब है कि पाकिस्तान में करीब 30 लाख हिंदू रहते हैं जो वहां की आबादी का 1.6 फीसद है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी