धर्मांधोंकी वोट बैंक रोकनी हो, तो हिंदुओंकी वोट बैंक बढानी आवश्यक ! – प्रमोद मुतालिक

भाद्रपद कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११५
कोल्हापुर – देशमें हिंदू तथा धर्मांधों हेतु अलग-अलग अधिनियम कार्यान्वित किए जाते हैं । पुलिस धर्मांधोंकी पूंछ पकडकर घूम रही है । स्वतंत्रताके पश्चात देशमें धर्मांधोंकी संख्या बढकर २० कोटि हो गई हैं । आनेवाले वर्षोंमें इसमें बढोतरी होनेवाली है, अत: उनसे हिंदुओंको बडा धोखा हो सकता है । धर्मांध संगठित हैं, तथा वे हिंदुओंपर अत्याचार करते हैं; अत: हिंदुओंको इस अन्यायके विरुद्ध संगठित होना चाहिए । धर्मांधोंकी वोट बैंक रोकनी हो, तो हिंदुओंकी वोट बैंक बढानी आवश्यक है । श्रीराम सेनाके संस्थापक अध्यक्ष श्री. प्रमोद मुतालिकने , ऐसा प्रतिपादन किया कि ऐसा करनेपर ही हिंदू राष्ट्रकी स्थापना हो सकती है ।
`लोकमंच चैरिटेबल ट्रस्ट’ की ओरसे महापालिका स्थायी समितिके भूतपूर्व सभापति श्री. सुनील मोदी द्वारा लिखित `मुस्लिम जनसंख्या एक चिंता’ पुस्तककी समीक्षा तथा ‘भारतमें समान विवाह अधिनियमकी आवश्यकता’ इस विषयपर १७ अगस्तको यहांके केशवराव भोसले नाट्यगृहमें शाम ५.३० बजे आयोजित व्याख्यानमें वे ऐसा बोल रहे थे । हिंदू जनजागृति समितिके महाराष्ट्र राज्य समन्वयक सर्वश्री सुनील घनवट, तथा कार्यक्रमके अध्यक्ष स्थानीय शिवसेना जिलाप्रमुख विजय देवने एवं सुनील मोदी भी उपस्थित थे ।

श्री. प्रमोद मुतालिकने कहा …

१. प्रक्षोभक भाषण न करने हेतु हमें नोटिस देनेवाली पुलिसने क्या मुंबईपर आक्रमण कर पुलिसकी हत्या करनेवाले आतंकवादियोंको नोटिस दी थी ?
२. देशमें हिंदुत्व तथा विकास हेतु गुजरातके मुख्यमंत्री श्री. नरेंद्र मोदीको प्रधानमंत्री बनाना आवश्यक है ।
३. श्री. सुनील मोदीकी पुस्तकका मैं कन्नड, तमिल तथा तेलगु भाषामें अनुवाद कर उसका प्रसार करनेवाला हूं ।
४. अयोध्यामें श्रीराम मंदिर निर्माण होनेतक हिंदू वहांके धर्मांधोंके व्यवहारोंका  बहिष्कार करें ।
५. हिंदुओंपर अत्याचार होते हुए हम शांतिसे नहीं बैठेंगे । धर्मांधोंके विरुद्ध प्रक्षोभक बोलनेसे पुलिसने मेरे उपर ८८ अपराध प्रविष्ट किए हैं । अब मैं शतक बनानेवाला हूं ।

धर्मांधोंकी संख्या बढानेका षड्यंत्र निरस्त करें ! – सुनील घनवट

१. जानबूझकर धर्मांधोंकी जनसंख्या बढानेके प्रयास आरंभ रहनेसे हिंदुओंको यह षड्यंत्र निरस्त करना चाहिए ।
२. धर्मांधोंकी संख्या बढनेसे अनेक स्थानोंपर मिनी पाकिस्तान सिद्ध हो गए हैं ।
३. हिंदुओंके जैसा धर्मांधोंपर भी परिवार नियोजनका अधिनियम लगाना चाहिए । परिवार नियोजन न होनेसे धर्मांधोंपर कोई नियंत्रण नहीं है ।
४. पुलिस हिंदुत्ववादियोंको नोटिस देनेकी अपेक्षा आतंकवादियोंको नोटिस देनेका साहस कर दिखाए ।
५. गोवामें संपन्न हुए द्वितीय अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनमें देशके ३२० हिंदू संगठन संगठित हुए हैं । संतोंके आशीर्वादसे ख्रिस्ताब्द २०२३ में हिंदू राष्ट्रकी स्थापना होनेवाली है ही; किंतु ख्रिस्ताब्द २०१८ तक हिंदुओंको प्रतिकूल परिस्थितिसे लडना पडेगा ।
इस अवसरपर श्री. विजय देवनेका भी भाषण हुआ । श्री. सुनील मोदीने प्रस्तावना की । कार्यक्रमके स्थानपर सनातन संस्थाकी ओरसे सनातन-निर्मित उत्पादन तथा ग्रंथोंकी प्रदर्शनी लगाई गई थी । कार्यक्रममें पुलिसकी व्यवस्था थी । सादे वमें पुलिसकी संख्या अधिक थी ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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