भाद्रपद कृष्ण ३ , कलियुग वर्ष ५११५
महाराष्ट्रकी हिंदूद्वेषी कांग्रेस सरकार मुंहके बल गिरी !
प्रत्येक प्रकरणमें हिंदुओंकी ओर संदिग्ध रूपसे देखनेवाले एवं हिंदुओंको बिना कारण अपकीर्त करनेवाले हिंदूद्वेषियो, अब तो ध्यानमें लें कि हिंदूनिष्ठ संगठन आतंकवादी नहीं, अपितु प्रबल राष्ट्रप्रेमी हैं !
नई देहली – वृत्तसंस्थाद्वारा प्रसारित समाचारसे ज्ञात हुआ है कि महाराष्ट्र सरकारने केंद्रसरकारसे पुणेका ‘अभिनव भारत’ एक आतंकवादी संगठन है, ऐसा बताकर इस संगठनपर प्रतिबंध लगानेका अनुबंध किया था । ऐसा होते हुए भी आज केंद्रसरकारने ‘अभिनव भारत’ पर प्रतिबंध लगानेका प्रस्ताव अस्वीकार किया है । स्वातंत्र्यवीर सावरकरने ‘अभिनव भारत’ की स्थापना की थी । ( इससे ध्यानमें आता है कि सत्यकी सदैव जय होती है ! साथ ही इस निर्णयसे यह सामने आया है कि महाराष्ट्रमें कांग्रेस सरकार एवं कथित प्रगतिशील व्यक्तियोंद्वारा उत्पन्न किया गया हिंदुविरोधी वातावरण सत्ताप्राप्तिके लिए किया गया एक फार्स है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
प्रतिबंधित करनेका प्रस्ताव अस्वीकार किए जानेपर अभिनव भारतकी राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती हिमानीताई सावरकरने कहा कि ‘अभिनव भारत’ संगठनका कार्र्य हिंसाकारी, आगजनी अथवा अराजकता पैâलानेवाला नहीं है । साथ ही संगठन किसी भी समाजघटकके विषयमें शत्रुता नहीं रखता । इसलिए ‘अभिनव भारत’ संगठन प्रतिबंधित करनेका प्रस्ताव अस्वीकार किया जाना स्वाभाविक है । भविष्यमें भी इस संगठनका कार्य राज्यघटनाके नियमोंकी सीमामें रहकर ही किया जाएगा । ऐसा होते हुए भीr राष्ट्रवादी कांग्रेसके महाराष्ट्र प्रदेशके कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र आवाडने इस संदर्भमें आगबबूला होकर श्रीमती हिमानीताई सावरकरकी आलोचना की है । (‘औंधे घडेपर पानी’ इस न्यायसे आचरण करनेवाले (निरर्थक वक्तव्य करनेवाले ) हिंदूद्वेषी आवाड ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात