भाद्रपद कृष्ण ७ , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदूओ, हिंदूद्रोही समाजवादी सरकार ने आज भगवान कृष्ण की मूर्तियों पर टैक्स लगाया है । इसी सरकार ने विहिंप की ८४ कोसी परिक्रमा को भी सांप्रदायिक हिंसा का कारण देते हुए प्रतिबंध लगाया था । इस तरह की हिंदूद्रोही समाजवादी सरकार को हटाकर अब शीघ्रतासे ‘हिंदू राष्ट्र’ की स्थापना करने के लिए संगठित हो । – संपादक
उत्तर प्रदेश : छोटे से कान्हा अपने ही घर में 'कर' के बोझ से दबे हैं । जबकि पड़ोसी राज्य राजस्थान और गुजरात ने भक्तों की भावना को देखते हुए कन्हैया की मूर्तियों को कर से मुक्त कर रखा है ।
ऐसे में ब्रज के कारोबारियों को बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है ।
कान्हा की मूर्तियों पर पांच प्रतिशत वैट लगा है । हालांकि इससे पूर्व वर्ष २००१ से २००९ तक इन मूर्तियों पर वैट का प्रतिशत शून्य था ।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से पूर्व ही लड्डू गोपाल की मूर्तियों का कारोबार परवान चढ़ने लगता है । ब्रज के हाथरस, अलीगढ़, इगलास के आसपास के क्षेत्रों में तैयार बाल गोपाल की मूर्तियों की देश भर में मांग है ।
कारीगरों के हुनर और ब्रज में तैयार लड्डू गोपाल की मांग भावनाओं से भी जुड़ी है । दुखद बात ये है इन भावनाओं पर सरकारी कर व्यवस्था भारी पड़ रही है ।
पूजा सामग्री के व्यापारी अजय गोयल ने बताया कि ब्रज में पूजा सामग्री का कारोबार व्यावसायिक के साथ ही भावनाओं से जुड़ा है । ऐसे में सरकार को इस सामग्री को वैट मुक्त कर देना चाहिए । ताकि ब्रज में तैयार मूर्तियां देश-विदेशों में पहुंचकर लोगों की भावनाओं का केंद्र बन सकें ।
स्त्रोत : अमर उजाला