भाद्रपद कृष्ण ८ , कलियुग वर्ष ५११५
दोंडाईचा (जिला नंदुरबार) में संत पू. नारायण प्रेमसाईका सत्संग समारोह !
पू. नारायण प्रेमसाई द्वारा राष्ट्र एवं धर्मकी रक्षा हेतु की गई घोषणा
- १. संपूर्ण महाराष्ट्र व्यसनमुक्त करेंगे !
- २. मध्यप्रदेश स्थित धवलीका धर्मांतर रोकने हेतु वहा सत्संग लेंगे !
- ३. गोहत्याबंदी विधेयक पारित होने हेतु जनजागृति करेंगे !
- ४. विदेशमें सत्संग लेंगे !
- ५. भारतको विश्वगुरु बनाएंगे !
दोंडाईचा (जिला नंदुरबार) – `जादूटोनाविरोधी अधिनियम निरस्त करने हेतु राज्यपालको पत्र लिखनेवाला हूं’, पू. नारायण प्रेमसाई (प.पू. आसारामजी बापूके सुपुत्र) ने यहां ऐसा कहा । २४ अगस्तको धुले जिलेके दोंडाईचा गांवके दादासाहब रावल नगरपालिका मैदानमें उनका समारोह भावपूर्ण वातावरणमें संपन्न हुआ । उस अवसरपर उपस्थित व्यक्तियोंको किए मार्गदर्शनमें पू. नारायण प्रेमसाईने सनातन संस्था तथा प.पू. डा. जयंत आठवलेजीके विषयमें गौरवोद्गार व्यक्त किए । सनातनके साधकोंद्वारा उनसे भेंट करनेपर उन्होंने स्वयं साधकोंको सत्संग समारोहमें बोलनेका अवसर दिया । सनातनके श्री. राकेश सोनावनेने समारोहमें विषय प्रस्तुत किया ।
सनातनपर बंदी नहीं आएगी ! – पू. नारायण प्रेमसाई
पू. नारायण प्रेमसाईने कहा, देवद (पनवेल) एवं रामनाथी, गोवा स्थित सनातनके आश्रमोंका मैंने भ्रमण किया है । प.पू. डॉ. आठवलेजीके वस्त्र एवं उनकी वस्तुओंका अनोखापन समझमें आया । सनातन संस्थापर बंदी लानेका प्रयास हुआ, तो उसके विरुद्ध हम सक्रिय सहभाग लेंगे ।
कार्यक्रमके पश्चात पू. नारायण प्रेमसाईने अपने निवासस्थानपर हिंदुत्ववादी संगठनोंका मार्गदर्शन किया ।
पू. नारायण प्रेमसाई तथा हिंदुत्ववदियोंके विरोधके कारण पशुवधगृहका निर्माणकार्य निरस्त !
दोंडाईचा गांवमें १० से १२ कोटि रुपए खर्च कर आधुनिक पशुवधगृह स्थापित किया जानेवाला था; किंतु पू. नारायण प्रेमसाई तथा हिंदुत्ववादी संगठनोंके विरोधके कारण वह निर्माण निरस्त कर दिया गया है । अब वहां आरोग्यधाम केंद्र स्थापित किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात