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तुलजापुरमें धर्मांधोंने हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताके साथ मारपीट की एवं अपशब्द कहे !

भाद्रपद कृष्ण ९ , कलियुग वर्ष ५११५

वैचारिक सुन्नत हुए शासनकर्ताओंके राज्यमें धर्मांधके उद्दंड होनेसे यह स्थिति परिवर्तन करने हेतु हिंदू राष्ट्र ही आवश्यक !

  • धर्मांध भगवे रंगके प्रतिकूल

  • ‘देख लेनेकी ’धमकी !

तुलजापुर (जिला धाराशिव) – यहाके हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ता श्री. दीपक पलंगे तथा उनके मित्र श्री. रामेश्वर धाकपाडे २४ अगस्तको क्रांति चौकपर खडे थे । उस समय आमीर शेखने (आयु २५ वर्ष )श्री. पलंगेके सिरपर समितिकी भगवी टोपी देखकर उन्हें गालियां दीं । ( इससे धर्मांधोंका भगवे रंगके प्रति तिरस्कार ध्यानमें आता है – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) उसने श्री. पलंगेके साथ मारपीट की । श्री. पलंगेके सिरकी टोपी हटानेका प्रयास करते हुए शेखने कहा, धर्मांधोंका खून गरम है; अत: वे खतरनाक ( धोखादायी ) होते हैं । तुमको देख लूंगा ।

( आजतक शासनकर्ताओंद्वारा धर्मांधोंकी की गई अपरिमित चापलूसीके कारण ही, हमारे कुछ भी करनेपर भी हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड सकता, धर्मांधोंकी ऐसी धारणा हो गई है । इसी कारण वे ऐसी उद्दंडता करते हैं ! यह स्थिति परिवर्तन करने हेतु हिंदू राष्ट्र ही चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) श्री. पलंगेने उसे पीछे धकेल दिया । उस समय वहां उपस्थित ३-४ धर्मांध उसे छुडाकर ले गए । ( धर्मांधोंका बंधुभाव ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) श्री. पलंगेने तुलजापुर पुलिस थानामें परिवाद दिया । तत्पश्चात पुलिस शेखको पकडकर लाई तथा उसकी पिटाई की । तदुपरांत उसे धमकी देकर छोड दिया गया । ( हिंदू राष्ट्रमें ऐसे धर्मांधोंको चिरंतन पाठ पढानेवाला सक्षम पुलिस प्रशासन तंत्र होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
 स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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