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आस्ट्रेलियाई विद्यालयों में हिंदी को मिलेगा बढ़ावा

भाद्रपद कृष्णपक्ष १२, कलियुग वर्ष ५११५


कैनबराः आस्ट्रेलिया ने भारत के साथ अपने भावी संबंधों को नया आयाम देने की एक रूपरेखा तैयार की है। इसके तहत आस्ट्रेलियाई विद्यालयों में हिंदी भाषा शिक्षण को बढ़ावा देने तथा आस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय के साथ मिलकर काम करने की योजना है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री केविन रुड ने भारत के साथ भविष्य के रिश्ते का एक खाका प्रस्तुत करते हुए कहा, एशिया में आस्ट्रेलिया के जितने भी संबंध हैं, उनमें भारत के साथ रिश्ते के विकास की संभावना सबसे अधिक है। आस्ट्रेलिया में ४,५०,००० भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जो चौथा सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय हैं।

शनिवार को भारत के लिए आस्ट्रेलिया की रणनीति जारी की गई, जिसमें एक मोटा खाका प्रस्तुत किया गया है कि २०२५ तक कारोबार और सरकार तथा समुदाय स्तर पर भारत के साथ आस्ट्रेलिया के रिश्ते कैसे होंगे। भारत की आबादी २०२८ तक चीन से अधिक हो जाएगी।

रणनीति में भारत के साथ सांस्कृतिक समझ का विकास करने की एक योजना रखी गई है, जिसके लिए आस्ट्रेलिया के स्कूलों में हिंदी भाषा शिक्षण को बढ़ावा दिया जाएगा, और आस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय के साथ मिलकर काम किया जाएगा।

रणनीति में २०२५ तक द्विपक्षीय व्यापार में तीन गुणा वृद्धि करने और भारत को आस्ट्रेलिया के पांच प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में से एक बनाने का लक्ष्य रखा गया है। भारत अभी आस्ट्रेलिया का १०वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रुड ने २००९ में द्विपक्षीय रिश्ते को एक रणनीतिक साझेदारी में बदल दिया था।

स्त्रोत : पंजाब केसरी

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