भाद्रपद अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११५
प.पू. आसारामबापूपर कथित लैंगिक शोषणके संदर्भमें समांतर न्यायतंत्र चलानेवाले प्रसारमाध्यम इस विषयके समाचार क्यों नहीं दिखाते ?
वासनांध ईसाई पादरी !
कोट्टारकरा (केरल) – चर्चसे संबंधित वासनाकांडका और एक प्रकरण उजागर / स्पष्ट हुआ है । केरल राज्यके कोट्टारकरामें पास्टर मनु नामक ईसाई पादरीको मानसिकदृष्टिसे दुर्बल एक २३ वर्षीय महिलापर बलात्कार करनेके संदर्भमें बंदी बनाया गया है ।
यह घटना २० अगस्तको हुई है । मनु नामक ईसाई पादरी चर्चका पत्रक देनेके निमित्त कथित महिलाके घर गए । घरमें उस महिलाकोअकेली देखकर पादरीने उसे कक्षमें बंद कर उसपर बलात्कार किया । कुछ देरके पश्चात महिलाकी मां बाहरसे घर वापस आई । जैसे ही उसे अपनी लडकीपर बलात्कारकी होनेकी बात ज्ञात हुई, उसने यह बात अपने पडोसियोंको बताई एवं तत्पश्चात पुलिसमें परिवाद प्रविष्ट किया । पुलिसने घटनास्थलपर आकर पीडित महिलाके घरमें आराम करनेवाले पादरीको बंदी बनाया एवं उसे पुलिसके नियंत्रणमें भेजा गया । पीडित महिलाकी वैद्यकीय जांच की गई है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात