भाद्रपद शुक्लपक्ष ५, कलियुग वर्ष ५११५
क्या भारतमें एक भी न्यायालयने ऐसा समन्स जारी किया होता ?
न्यूयॉर्क : सिख समुदाय के एक मानवाधिकार संगठन ने एक अमेरिकी जज से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नाम समन हासिल कर लिया है। इस समन को सोनिया गांधी को अस्पताल में सौंपा जाएगा, जहां वह इलाज करा रही हैं।
यह समन सोनिया गांधी को १९८४ के सिख विरोधी दंगों में कथित रूप से शामिल पार्टी नेताओं को ‘बचाने’ के मामले में जारी किया गया है।
अमेरिकी मानवाधिकार समूह सिख फोर जस्टिस (एसएफजे) और नवंबर १९८४ के पीड़ितों द्वारा सोनिया गांधी के खिलाफ एलियन टार्ट क्लेम एक्ट (एटीसीए) और टार्चर विक्टिम प्रोटेक्शन एक्ट (टीवीपीए) के तहत याचिका दायर की गयी थी।
एसएफजे के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत एस पन्नून ने कहा कि संघीय अदालत के जज ब्रायन एम कोगान ने अपने आदेश में आगे अस्पताल तथा सुरक्षाकर्मियों को भी यह निर्देश दिया है कि समन और शिकायत निजी रूप से अस्पताल में सोनिया गांधी को सौंपा जाए। सोनिया गांधी नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए इस समय अमेरिका में हैं।
५ अगस्त २०११ को अपनी किसी अज्ञात बीमारी के लिए अमेरिका में आपरेशन कराने वाली ६६ वर्षीय सोनिया गांधी पिछले वर्ष फरवरी में भी जांच के लिए यहां आई थीं।
स्त्रोत : एनडीटीवी खबर
अमेरिकी अदालत ने जारी किया कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को समन
सितंबर ५, २०१३
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न्यूयार्क – अमेरिका की एक संघीय अदालत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ समन जारी किया है। यह समन एक सिख समूह की याचिका पर जारी किया गया है जिसमें उन पर आरोप लगाया गया है कि वह वर्ष १९८४ के सिख विरोधी दंगों में शामिल आरोपी पार्टी नेताओं का बचाव कर रही हैं। एक वकील ने यह जानकारी दी। (एक तकरारके (वाद विवादके) कारण संबंधित व्यक्तियोंको तत्काल समन्स भेजनेवाले अमेरिकाके न्यायतंत्रसे भारतीय न्यायतंत्र कुछ बोध लेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
शहर के ईस्टर्न डिस्ट्रिक कोर्ट में मंगलवार को अमेरिकी मानवाधिकार समूह सिख फॉर जस्टिस डएसएफजे़ और १९८४ दंगा पीड़ितों ने याचिका दाखिल कर सोनिया गांधी के खिलाफ क्षतिपूर्ति और दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। एसएफजे के वकील गुरपतवंत सिंह पन्नन ने बताया कि संघीय नियमों के तहत सोनिया गांधी को समन तामील कराने के लिए १२० दिनों का समय है।
सोनिया इन दिनों नियमित चिकित्सकीय जांच के लिए अमेरिका में हैं। एलियन टॉर्ट क्लेम्स एक्ट (एटीसीए) और टॉर्चर विक्टिम प्रोटेक्शन एक्ट (टीवीपीए) के तहत दाखिल इस याचिका में सोनिया पर वर्ष १९८४ के सिख विरोधी दंगों में आरोपी कमलनाथ, सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और अन्य कांग्रेस नेताओं को बचाने और संरक्षण देने का आरोप लगाया गया है।
सोनिया के खिलाफ दाखिल २७ पन्नों की शिकायत में कहा गया है कि एक से चार नवंबर, १९८४ के दौरान सिख समुदाय के ३० हजार लोगों को यातना दी गई, दुष्कर्म किया गया और उनकी हत्याएं की गई। ये सब कुछ सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी द्वारा कराया गया था।
स्त्रोत : दैनिक जागरण