भाद्रपद अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११५
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मुंबई बम धमाकों के आरोपी और मोस्ट वांटेड आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कराची में नया ठिकाना बनाया है | यह आईएसआई का सेफ हाउस (Safe House) है और दाऊद की सुरक्षा को लेकर ऐसा किया गया है | दाऊद का कराची का नया ठिकाना है- कोठी नंबर: सी-३८/ ब्लॉक- २, हाकीम अलवी रोड, नजदीक अबदुल्ला शाह गाजी मजहार, कलीफटन, कराची|
दाउद के इस नये ठिकाने के आसपास Consulate of Indonesia, Consulate General of China, Consulate General of Russia and Deputy High Commission of United Kingdom के दफ्तर हैं | दाऊद के इस सेफ हाउस के दाईं तरफ Consulate General of Russia का ऑफिस है |
सूत्रों का कहना है कि लोगों को दिखाने के लिए Consulate General of Russia के गेट के बाहर गार्ड हैं लेकिन यह गार्ड सही मायने में दाऊद की सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं | अनजान व्यक्ति को सुरक्षा गार्ड यह कहकर अंदर नहीं जाने देते कि यहां कोई नहीं रहता है | जब तक आईएसआई का कोई बड़ा अधिकारी या दाऊद अपने आप entry clear नहीं करता, तब तक किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं होती और न ही कोई बाहर की गाड़ी अंदर जा सकती है |
सूत्रों के मुताबिक दाऊद इब्राहिम के कराची के नए ठिकाने के पीछे पार्क है, जहां देर शाम कभी-कभी दाऊद सैर करते हुए भी देखा गया, लेकिन साथ में बिना वर्दी के तीन-चार कमांडो हथियार लेकर उसकी सुरक्षा में तैनात होते हैं | दाऊद के आसपास जो मुख्य दफ्तर और घर हैं, उनमें पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की नेता शेरी रहमान का मकान, पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) का सिंध का मुख्यालय भी है |
सूत्रों का कहना है कि दाऊद के इस सेफ हाउस में ज्यादातर गाडियों की मूवमेंट रात को होती है, जिनमें रेड लाइट लगाए कुछ गाडिया भी अंदर जाते हुए दिखाई देती हैं | खबर है कि दाऊद और उसके साथी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अफसरों और कराची के कुछ उद्योगपतियों के साथ मिलकर इस सेफ हाउस से हथियारों के धंधे के अलावा रियल स्टेट और प्रॉपर्टी का व्यवसाय करते हैं |
सूत्रों का कहना है कि कुछ महीने पहले दाऊद ने ५ हजार एकड़ से ज्यादा जमीन ग्वादर में खरीदी | दाऊद ने कराची में एक वीआईपी रियल इस्टेट कंपनी भी बनाई है, जिसमें दाऊद के आदमी प्रॉपर्टी का काम करते हैं | हाल ही में दाऊद की कराची के साझेदारों के साथ रुपयों को लेकर लड़ाई भी हुई थी लेकिन बाद में आईएसआई के अधिकारियों ने मामला रफा-दफा कर दिया और अब इस कंपनी में केवल दाऊद के परिवार का ही कब्जा है| दाऊद ने अपनी कमाई का ५ प्रतिशत पाकिस्तान में धार्मिक कार्यों और अफसरों को खुश रखने में लगाया है |
सूत्रों का कहना है कि दाऊद के आईएसआई, आईबी और सिंध सरकार के साथ काफी गहरे संबंध हैं और इस वजह से ही वह पाकिस्तान में अपना व्यवसाय चलाने में कामयाब हो रहा है |
स्त्रोत : आज तक क़ोम