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जोधा हेतु नहीं, किंतु अकबरका दोषपूर्ण चित्रांकन करनेसे धर्मांध महिला भाजपा सांसदका विरोध !

भाद्रपद शुक्ल २, कलियुग वर्ष ५११५

संसदमें जोधा-अकबर मालिकाका विरोध

हिंदुओ, धर्मांध भले किसी भी पक्षके हों, वे पहले अपने धर्मका ही विचार करते हैं, यह ध्यानमें रखें !

हिंदुओ, आपपर अत्याचार करनेवाले, तथा महाराणा प्रतापका राज्य हथियानेवाला आक्रमणकर्ता अकबरका समर्थन करनेवाले लोकप्रतिनिधियोंको, जहां मिलें वहां वैध पद्धतिसे फटकारें !

नई देहली – भाजपा सांसद नजमा हेपतुल्लाने ५ सितंबरको राज्यसभामें ‘जी (झी)टीवी’ निजी हिंदी दूरचित्रवाहिनी द्वारा प्रसारित होनेवाली जोधा-अकबर मालिका बंद करनेकी मांग की । अभिव्यक्ति स्वतंत्रताके नामपर ऐतिहासिक घटनाओंका दोषपूर्ण चित्रांकन दिखाया जा रहा है, उन्होंने ऐसी आलोचना की । उन्होंने अकबरके धर्मनिरपेक्ष एवं उदार बादशाह होते हुए भी उसे अत्याचारी दिखाए जानेकी बात कही । राज्यसभाके अनेक सदस्योंने नजमा हेपतुल्लाका समर्थन किया ।

१. अकबरने आमेर किलेसे जोधाका अपहरण कर उसे अपने महलमें लाकर उससे विवाह किया, ऐसा इसमें दिखाया गया है, ऐसा हेपतुल्लाने कहा ।

२. देशका इतिहास दोषपूर्ण पद्धतिसे दिखानेपर बंदी ही लगानी चाहिए, ऐसा उन्होंने कहा । अन्यथा छात्रोंपर इसका विपरीत परिणाम होगा, उन्होंने ऐसा भी कहा । (एन.सी.ई.आर.टी. तथा सी.बी.एस.ई.की पुस्तकों द्वारा हिंदुओंका सदोष इतिहास प्रसिद्ध किया गया है, नजमा हेपतुल्ला इस विषयमें कुछ भी क्यों नहीं बोलतीं ? अभिव्यक्ति स्वतंत्रताके नामपर म.फि. हुसेन जैसे व्यक्तियोंद्वारा हिंदुओंके देवताओंके अश्लील तथा नग्न चित्र बनानेपर क्या हेपतुल्लाने मुंह खोला था ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

३. जनता दल (संयुक्त ) के सांसद शिवानंद तिवारीने भी मालिकाका विरोध किया है । आज भी अकबरको सम्मानसे देखा जाता है । ऐतिहासिक घटनाओंका दोषपूर्ण चित्रांकन न किया जाए, ऐसा उन्होंने कहा । (आक्रमणकर्ता मुगल बादशाह अकबरको सम्मानसे देखनेवाले इस्लामी राष्ट्रमें चले जाएं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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