ज्येष्ठ अमावस्या / शु १, कलियुग वर्ष ५११४
अध्यापिकाने किया हिंदु विद्यार्थियोंके लिए ‘हिंदु परिहा (अस्पृश्य)' इस अपमानजनक शब्दका प्रयोग !
हिंदुओ, क्या कभी किसी विद्यालयमें हिंदु अध्यापिकाद्वारा मुसलमान विद्यार्थीके साथ द्वेष किया गया, ऐसा सुनाई दिया है ?
जॉर्ज टाऊन– मलेशियाके विद्यालयोंमें पुनः एक बार हिंदुद्वेष उभर आया है । ‘एस्एम्के जॉर्ज टाउन नगरके माध्यमिक विद्यालयमें एक अध्यापिकाने भारतीय छात्रोंको `हिंदु परिहा’ संबोधित कर उसका अपमान किया । (‘हिंदु परिहा' में ‘परिहा' शब्दका अर्थ है ‘अस्पृश्य' । मलेशियामें मुसलमान हिंदुओंका अपमान करने हेतु इस शब्दका प्रयोग बिना किसी हिचकिचाहटके करते हैं ।) इस अध्यापिकाद्वारा हिंदु लडकोंके साथ मित्रताके संबंध रखनेवाले भारतीय मुसलमान लडकोंको भी कष्ट देनेका प्रयास किया गया । (मुसलमान अन्य धर्मियोंसे द्वेष करते हैं, यह सिद्ध करनेवाला यह एक अन्य ही उदाहरण है । हिंदुओंके असंगठित होनेके कारण ही उनपर यह आपत्ति बारबार आती है । ऐसा कृत्य यदि कोई हिंदु अध्यापिकाद्वारा होता, तो उसका आंतर्राष्ट्रीय समाचार बनाया गया होता, परंतु यहां मुसलमान अध्यापिका एवं हिंदु छात्र होनेके कारण यह समाचार किसीने भी प्रकाशित नहीं किया । इस स्थितिमें परिवर्तन लानेके लिए हिंदु राष्ट्र स्थापित करना अनिवार्य है । – संपादक)
सबरिहा रामली नामक अध्यापिकाद्वारा इससे पूर्व अनेक बार भारतीय वंशके हिंदु छात्रोंको जानबूझकर अयोग्य अभिप्राय देनेकी घटना हुई है । ऐसा आरोप लगाया गया है कि हिंदु छात्रोंसे द्वेष करनेवाली अध्यापिकाका शिक्षा विभाग एवं विद्यालयकी प्रधान अध्यापिकाद्वारा समर्थन किया जा रहा है एवं उस शिक्षिकाको इन दोनों का ही पूर्ण संरक्षण प्राप्त है ।
(इस उदाहरणसे स्पष्ट होता है कि मुसलमान सदैव अपने अपराधी सगेसंबंधियोंका समर्थन ही करते हैं । – संपादक)
मलेशियामें अध्यापकदिन मनाया गया । इसी अवसरपर यह घटना हुई है । १६ वर्षीय भारतीय छात्रने इस अपमानके विरोधमें पुलिस थानेमें तथा विद्यालयके अधिकारियोंकी ओर परिवाद प्रविष्ट किया है ।
विद्यालयकी प्रधान अध्यापिकाने यह परिवाद पीछे लेनेके लिए छात्रके अभिभावकोंपर दबाव डालते हुए धौंस दी है कि यदि परिवाद पीछे न लिया गया, तो विद्यार्थीके प्रमाणपत्रपर प्रतिकूल अभिप्राय दिया जाएगा ।
शिक्षाधिकारीने इस प्रकरणके संदर्भमें विद्यालयमें छानबीन की एवं उस पीडित हिंदु छात्रको ही धमकाया । (इससे यही स्पष्ट होता है कि मलेशियाके मुसलमानोंमें कितना हिंदुद्वदेष भरा हुआ है । हिंदुओ, जबतक आप संगठित होकर वैधानिक मार्गसे इन घटनाओंका विरोध नहीं करेंगे, तबतक ये घटनाएं होती ही रहेंगी । इस स्थितिको परिवर्तित करनेके लिए हिंदु राष्ट्र (अर्थात रामराज्य, आदर्शराज्य) स्थापित करना अनिवार्य है ! – संपादक)
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात