भाद्रपद शुक्लपक्ष ८, कलियुग वर्ष ५११५
क्या (मौलाना) दिग्विजय सिंह अपने बयान के बारे में कुछ सबूत दे सकते है ? आये दिन हिंदू संगठनों पर बेबुनियाद आरोप करनेवाले दिग्विजय सिंह जैसे नेता को अब आनेवाले चुनावो में घर पर बिठाना चाहिए । – संपादक
धार (मध्य प्रदेश) : कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा है कि अब तक जितने हिंदू आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, उन सभी के संघ से संबंध रहे हैं।
धार जिले के कुकशी में आयोजित कांग्रेस महासम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं है कि जितने हिंदू आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है, सभी के संघ से संबंध रहे हैं। संघ को यह साफ करना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों है।’ (क्या दिग्विजय सिंह सोनिया से १९८४ में हुए सिखविरोधी दंगों के बारे में इस तरह का सवाल करेंगे ? क्या कांग्रेस यह साफ करेगी की अबतक उनके नेता एवं कार्यकर्ता, जो सिख विरोधी दंगो में दोषी पाए गए है, उनके खिलाफ कारवाई क्यों नही हो पायी ? – संपादक)
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब दिग्विजय ने संघ पर निशाना साधा है। इस पर संघ और भाजपा ने भी पलटवार कहते हुए कहा था कि पार्टी ने उन्हें गंभीरता से लेना छोड़ दिया है।
इससे पहले दिग्विजय ने बयान दिया था कि संघ देश में आतंक फैलाने के लिए बम बनाने की फैक्ट्री चलाता है।
उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं की टोपी पर भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि जो लोग काली टोपी पहनते हैं, काले झंडे दिखाते हैं, उनके दिल भी काले होते हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही आतंकवाद का दंश झेलती आई है। महात्मा गांधी के अलावा दो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या इसी का नतीजा है। कुकशी में ३१ अगस्त को दिग्विजय सिंह पर भीड़ ने हमला भी किया था। (आज की स्थिती देखकर कोई सोच सकता है की कांग्रेस आतंकवाद का दंश झेल रही है या मोहम्मद अफजल जैसे आतंकवादीयों को सालों तक खाना खिला कर आतंकवाद को बढावा दे रही है ? – संपादक)
इसी कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उनके लिए राजनीति लोगों की सेवा करने का माध्यम है।
इसके अलावा मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उनमें अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने की हिम्मत नहीं है।
स्त्रोत : अमर उजाला