भाद्रपद शुक्ल ९ / १० , कलियुग वर्ष ५११५
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सामाजिक संकेतस्थलोंसे धर्माभिमानी हिंदुओंद्वारा मांग
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समाधिस्थलोंकी भूमिका मूल्य बाजार मूल्यके अनुसार ५७ सहस्र ४८९ करोड ७५ लाख रुपए !
नई देहली – रिजर्व बैंकने दक्षिण भारतके गुरुवायुर मंदिरके न्यासियोंको मंदिरमें संग्रहित सोनेकी जानकारी देनेके विषयमें पत्र भेजा है । केंद्र सरकारके कांग्रेसी शासक प्रमुख मंदिरोमें संग्रहित सोना सरकारकी तिजोरीमें जमा कर आगे उसे गिरवी रखनेका विचार कर रहे हैं । ऐसे अवसरपर धर्माभिमानी इसका विरोध भी कर रहे हैं । कुछ धर्माभिमानियोंने सामाजिक संकेतस्थलसे भारतीय अर्थव्यवस्था सुधारने हेतु कुछ उपाय भी सूचितसुझाए किए हैं । इसमें एक ऐसा भी परामर्श दिया गया है कि नई देहलीके मध्यवर्ती स्थानपर स्थित मोहनदास गांधी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी इत्यादि नेताओंके समाधिस्थलोंकी १४१.९५ एकड भूमिका लिलावनीलाम कर उससे प्राप्त सहस्रों करोड रुपए अर्थव्यवस्था सुधारने हेतु प्रयुक्त करें । ऐसा भी कहा गया है कि देशके लिए त्याग करनेवाले लोगोंकी समाधिका देशके लिए त्याग होना चाहिए ।
ये समाधिस्थल राजघाट, शांतिवन, शाक्तस्थलके नामसे प्रसिद्ध हैं । देहलीमें अति महत्त्वपूर्ण व्याक्तयोंके समाधिस्थलके लिए कुल २४५ एकड भूमि रक्षित है, जिसमें १४१.९५ एकड भूमिमें ये समाधिस्थल हैं । वर्तमान समयमें यहांकी प्रति एकड भूमिका मूल्य ४०५ करोड रुपए है, जो वर्तमान समयके बाजारमूल्यके अनुसार ५७ सहस्र ४८९ करोड ७५ लाख रुपए हैं । यह मूल्य कर्नाटक राज्यके अर्थसंकल्पसे आधा है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात