अद्यतन
- खुलेआम घूम रहे हैं दुष्कर्म के आरोपी बाबू लाल नागर
- मेडिकल जांच को राजी हुए बाबूलाल नागर, अब तक खुद को बता रहे थे सेक्शुअली फिट
- रेप के आरोपी पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर का होगा डीएनए टेस्ट
- अगर राजस्थान में चुनाव से ठीक पहले बाबूलाल नागर पर हुई होती कार्रवाई तो…
- बलात्कार के आरोपी राजस्थान के खादी व डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा मंजूर
- राजस्थान के मंत्री बाबूलाल नागर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज
अश्विन शुक्ल ५ , कलियुग वर्ष ५११५
खुलेआम घूम रहे हैं दुष्कर्म के आरोपी बाबू लाल नागर
जयपुर : महिला से दुष्कर्म के आरोप में अपनी कुर्सी गंवाने वाले राजस्थान के तत्कालीन डेयरी एवं खादी ग्रामाद्योग राज्य मंत्री बाबू लाल नागर खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं। हाल ही में उन्हें उनके परिवार के साथ पुष्कर के ब्रह्म घाट पर पूजा अर्चना करते हुए देखा गया। आपको बता दें कि वह अब तक राजनीतिक रसूख के बलबूते गिरफ्तारी से भी बचे हुए हैं।
अपने परिजनों के साथ पुष्कर स्नान करने गए नागर का कहना है कि मैंने हमेशा गरीब को गणेश माना है, मुझे भगवान में भरोसा है, जनता ही मेरी भगवान है। उन्होने कहा कि मैं पंद्रह बीस दिन से अपने ईष्ट भगवान के दर्शन करने के लिए निकला हुआ हूं।
पार्टी से निलम्बित नागर ने कहा कि राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के लिए मुझ पर झूठा आरोप लगाया गया है। मैं संकट की इस घड़ी से निकल जाउंगा।
गौरतलब है कि नागर पर अपने सरकारी आवास पर गम ११ सितम्बर को एक महिला से दुष्कर्म करने का आरोप है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी
अश्विन कृष्ण १० , कलियुग वर्ष ५११५
घर से हुए गायब, 'दुष्कर्मी' मंत्री ने पुलिस को छकाया
जयपुर – दुष्कर्म के आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर को तलाशने आज उनके सिविल लाइन स्थित आवास पर गई सीआईडी को बैरंग लौटना पड़ा।
जांच अधिकारी वी के गौड ने मीडिया को बताया कि परिजनों ने बताया है कि श्री नागर फिलहाल जयपुर नहीं पहुंचे हैं और उनके पहुंचने पर उन्हें सूचित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे तक उनका इंतजार किया जाएगा और इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि नागर ने तीन दिन पहले जांच टीम को सूचित किया था कि वह 28 सितम्बर को मेडिकल के लिए हाजिर हो जाएंगे। जांच टीम को तीसरी बार बैरंग लौटना पड़ा है।
इससे पहले नागर के पुत्र ने सीआईडी को पत्र लिखकर नागर के धार्मिक यात्रा पर निकलने की जानकारी दी थी। जब सीआईडी ने सख्ती दिखाई तो नागर के पुत्र ने जांच एजेंसी को पत्र लिखकर शनिवार को नागर के उपस्थित होने की जानकारी दी थी।
इधर, सीआईडी ने इस मामले में शुक्रवार को गार्ड, गनमैन, सुपरवाइजर सहित पांच लोगों के बयान दर्ज किए।
स्त्रोत : अमर उजाला
मेडिकल जांच को राजी हुए बाबूलाल नागर, अब तक खुद को बता रहे थे सेक्शुअली फिट
अश्विन कृष्ण ९ , कलियुग वर्ष ५११५
जयपुर – तीन दिन तक पुलिस से लुकाछिपी के बाद रेप के आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर अपनी मेडिकल जांच के लिए तैयार हो गए हैं । इससे पहले उन्होंने खुद को 'फिजिकली और सेक्शुअली फिट' बताते हुए मेडिकल टेस्ट न कराने की दलील दी थी ।
अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में छपी खबर के मुताबिक, बाबूलाल नागर के बेटे रवि ने सीबीसीआईडी को बताया है कि उनके पिता मेडिकल जांच के लिए तैयार हो गए हैं । सीबीसीआईडी के प्रवक्ता के मुताबिक, नागर की मेडिकल जांच शनिवार को होगी ।
खुद को फिट बताकर टेस्ट न कराने की दी थी दलील
गुरुवार को सीबीसीआईडी की पांच सदस्यों वाली टीम ने नागर की पत्नी, परिवार और घरेलू नौकरों से पूछताछ की । सीबीसीआईडी ने नागर को २५ सितंबर तक मेडिकल टेस्ट के लिए पेश होने का नोटिस दिया था, लेकिन वह नहीं आए । इसके बजाय उन्होंने जांच अधिकारी को एक चिट्ठी लिखकर कहा कि वह 'फिजीकली और सेक्शुअली फिट' हैं, इसलिए कोर्ट के आदेश के बिना उन्हें मेडिकल जांच कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता ।
सैंपल मिलाना चाहती है पुलिस: सूत्र
३५ वर्षीय महिला से रेप का आरोप लगने के बाद बाबूलाल नागर को मंत्री पद छोड़ना पड़ा है । वह इन दिनों भूमिगत हैं. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस नागर का डीएनए टेस्ट कराना चाहती है ताकि महिला के कपड़ों पर मिले सैंपल से उसका मिलान किया जा सके । इससे पहले नागर के परिवार ने पुलिस को बताया था कि वह शिरडी गए हुए हैं । लेकिन सूत्रों के मुताबिक, उनकी कॉल डिटेल से पता लगता है कि वह शिरडी में नहीं थे ।
जुबान बंद रखने के लिए २ करोड़ की पेशकश !
इस बीच रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने पुलिस को एक मेमोरी कार्ड सौंपा है, जिसमें उस कॉल की रिकॉर्डिंग है, जिसमें उसे पुलिस के पास न जाने की एवज में कथित रूप से २ करोड़ रुपये की पेशकश की गई । कार्ड को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है ।
स्त्रोत : आज तक
रेप के आरोपी पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर का होगा डीएनए टेस्ट
अश्विन कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११५
जयपुर – महिला से रेप मामले में आरोपी राजस्थान के पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर ने भले ही अपना पद छोड़ दिया हो पर उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पुलिस नागर का डीएनए टेस्ट करवाने की तैयारी कर रही है। जल्द ही इस संबंध में उन्हें नोटिस दिया जाएगा।
दुष्कर्म मामले में राजस्थान के मंत्री का इस्तीफा
इस बीच पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि पूर्व मंत्री की पत्नी ने उसके रिश्तेदारों को फोन कर मुकदमा वापस लेने के लिए दो करोड़ रुपये की पेशकश की है। इसबीच पुलिस ने पीडि़ता के कपड़ों को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी [एफएसएल] के पास भेजा है। इसके बाद डीएनए टेस्ट और एफएसएल टेस्ट रिपोर्ट का मिलान किया जाएगा। एफएसएल रिपोर्ट संभवत: दो से तीन दिन में आ जाएगी। मेडिकल के दौरान पीड़िता के शरीर पर दांत से काटने के निशान मिले हैं।
गहलोत बोले, कानून सबके लिए बराबर
गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार में नागर ऐसे तीसरे मंत्री है, जिन्हें महिलाओं से जुड़े अपराध में पद छोड़ना पड़ा है। इससे पहले महिपाल मदेरणा और रामलाल जाट मंत्री पद से हटाए जा चुके हैं।
स्त्रोत : जागरण
२१ सितम्बर २०१३
अगर राजस्थान में चुनाव से ठीक पहले बाबूलाल नागर पर हुई होती कार्रवाई तो…
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जयपुर : राजस्थान में चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले खादी ग्रामाद्योग और डेयरी राज्यमंत्री बाबूलाल नागर पर रेप का आरोप लगा और उन्होंने इस्तीफा भी दे दिया। लेकिन इस पूरे मामले से गहलोत सरकार की साख पर बड़ा धब्बा लगा है।
माना जा रहा है कि इस बार राज्य चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी, ऐसे में नागर पर लगे ये आरोप गहलोत ससरकार को मुश्किलों में डाल सकते हैं।
हालांकि नागर पर आरोप कोई पहली बार नहीं लगा है। इससे पहले जब नागर के पास खाद्य आपूर्ति विभाग था, तब पद के दुरुपयोग के मामले में स्थानीय अदालत के आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई थी। उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अपने खिलाफ शिकायत करने वाले शख्स रामेश्वर चौधरी को धमकाया था और उस पर हमला भी किया था।
इतना ही नहीं नागर के खिलाफ प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर तब पीडीएस घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो की जांच भी शुरु की गई थी। इस घोटाले की वजह से जब नागर विधानसभा में बोलने के लिए खड़े होते थे तो विपक्ष 'आटा चोर' के नारे लगाता था, हालांकि उसी वक्त गहलोत सरकार महिपाल मदेरणा-भंवरी प्रकरण, गोपलागढ़ सांप्रदायिक दंगे के आरोपों से घिरी थी। इसलिए मंत्रिमंडल में फेरबदल के नाम पर गहलोत ने तब सिर्फ नागर पर इतनी कार्रवाई की कि उनका मंत्रालय बदल दिया था।
गहलोत को अपने दूसरे कार्यकाल में मंत्रियों की छवि की वजह से ही ज्यादा बदनामी झेलनी पड़ी है। अब तक गहलोत सरकार के जिन-जिन मंत्रियों पर आरोप लगे हैं, उनमें शांति धारीवाल, भरोसी लाल जाटव, परसादी लाल मीणा, राम लाल जाट, महिपाल मदेरणा, बीना काक, बृजकिशोर शर्मा, हेमाराम चौधरी का नाम शुमार है। इनमें से कुछ का इस्तीफा हुआ तो कुछ के विभाग बदले गए।
स्त्रोत : आज तक
१९ सितम्बर २० १ ३
बलात्कार के आरोपी राजस्थान के खादी व डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर का इस्तीफा मंजूर
जयपुर : मैंने इस्तीफा इसलिए दिया है क्योंकि जांच को प्रभावित करने के आरोप लगाए जा रहे थे। जांच प्रभावित नहीं हो और निष्पक्ष जांच हो इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है। बुधवार रात को ही मैंने इस्तीफा लिख दिया था। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री को इस्तीफा भिजवा दिया।
दुराचार के मामले में फंसे राजस्थान के खादी व डेयरी मंत्री बाबू लाल नागर ने इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
वहीं नागर ने इस्तीफे में खुद पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोगों को उनकी राजनीतिक मजबूती अखर रही थी, इस कारण यह षडय़ंत्र किया गया।
विपक्ष ही नहीं कांग्रेस के विधायकों ने भी नागर पर इस्तीफा का दवाब बनाया हुआ था, जिसके चलते उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। नागर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को भिजवा दिया है और वे सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वे चौथी बार दूदू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने की स्थिति में हैं, इस कारण यह षडय़ंत्र रचा गया है। नागर ने इस्तीफे में लिखा है कि वे लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं और कुछ लोगों को उनकी राजनीतिक मजबूती अखर रही है।
बलात्कार को वे घृणित कार्य मानते हैं और यह षडय़ंत्र उन्हें और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए रचा गया है।
पीएम व सोनिया के दौरे का दबाव
राजस्थान सरकार पर नागर का इस्तीफा लेने का दबाव यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इसी सप्ताह के अंत में होने वाले दौरे का भी रहा।
अपनी पार्टी के मंत्री पर बलात्कार के आरोपों के बीच आलाकमान राजस्थान आती, तो विपक्ष को जवाब देना भारी पड़ता। अब राजस्थान सरकार यह तर्क दे सकती है कि मामला सामने आते ही मंत्री से इस्तीफा ले लिया गया है।
भाजपा ने मांगा सीएम से इस्तीफा
राजस्थान भाजपा ने नागर के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। भाजपा के राजस्थान सह प्रभारी भूपेन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए २४ घंटे में कोई कार्यवाही नहीं की। आरोपी के सामने पीड़िता को मौका-मुआयना करवाया गया। ऐसे में उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए।
४००० के टेंडर चुनावी चंदे का रास्ता
राजस्थान भाजपा ने राजस्थान सरकार पर तीन दिनों के भीतर सीवर लाइन और जलापूर्ति के लिए ४००० करोड़ रुपए के टेंडर जारी कर चुनावी चंदे की व्यवस्था करने का आरोप लगाया है।
भाजपा के राजस्थान के सह प्रभारी किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने अपने चहेतों को ये ठेके दिए हैं तथा और भी ठेके दिए जाने की तैयारी की जा रही है। सोमैया ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।
स्त्रोत : अमर उजाला
१७ सितम्बर २० १ ३
राजस्थान के मंत्री बाबूलाल नागर के खिलाफ रेप का मामला दर्ज
मंत्री बाबूलाल नागर |
जयपुर – राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लोक गायिका भंवरी देवी कांड के बाद राज्य के एक और मंत्री पर रेप का आरोप लगा है । अदालत के आदेश पर मंत्री बाबूलाल नागर के खिलाफ रेप का केस दर्ज कर लिया गया है ।
राजस्थान के दुग्ध और खादी मंत्री बाबूलाल नागर पर एक लड़की ने रेप का आरोप लगाया है । पीड़ित लड़की के मुताबिक मंत्री ने उसे नौकरी देने के बहाने घर बुलाया और फिर उसके साथ रेप किया । वारदात 11 सितंबर की है ।
लड़की का आरोप है कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया । अब कोर्ट के आदेश के बाद बाबूलाल नागर के खिलाफ रेप का केस दर्ज कर लिया गया है ।
स्त्रोत : आज तक