आवश्यकता पडनेपर न्यायालयमें जाएंगे; किंतु अधिनियम पारित नहीं होने देंगे ! – ह.भ.प. अनिलकाका बडवे

भाद्रपद पौर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११५


मोर्चामें मार्गक्रमण करनेवाले वारकरी
  • जादूटोनाविरोधी अधिनियमके विरुद्ध पंढरपुरमें (महाराष्ट्र) संतप्त वारकरियोंका विशाल मोर्चा !

  • वारकरियो, धर्मपर आघात करनेवाले जादूटोनाविरोधी अधिनियमके विरुद्ध रणसिंघा (रणशिंग) फूंकनेके साथ अब हिंदू धर्मपर होनेवालेसारे आघातोंके विषयमें क्रियाशील बनें !

पंढरपुर (जनपद सोलापुर) : जादूटोनाविरोधी अधिनियम पारित करनेवाले लोग नास्तिक हैं । वे हिंदू धर्म नष्ट करने हेतु इस अधिनियमका दुरुपयोग करना चाहते हैं । यह अधिनियम पारित न हो, इस हेतु आरंभसे हमारा युद्ध चालू है, तथा चालू ही रहेगा । यदि राज्यप्रशासन यह अधिनियम पारित करे, तो आवश्यकता पडनेपर न्यायालयमें जाकर हम न्याय प्राप्त करेंगे । राज्यप्रशासन इस अधिनियमके संदर्भमें वारकरियोंकी समन्वय समिति स्थापित करे तथा वारकरियोंको दिए आश्वासनोंका पालन करे, ह.भ.प. अनिलकाका बडवेने ऐसा जबर्दस्त आवाहन किया ।

जादूटोनाविरोधी अधिनियम अध्यादेशके विरुद्ध संतप्त वारकरियोंने ह.भ.प. विवेकानंद महाराजके मार्गदर्शनानुसार १७ सितंबरको विशाल मोर्चा आयोजित कर निषेध व्यक्त किया । यह अध्यादेश निकालकर राज्यप्रशासनने वारकरियोंको धोखा दिया है । आजतक मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियोंने वारकरियोंको विश्वासमें लिए बिना यह अधिनियम पारित नहीं करेंगे, ऐसा कई बार कहा था । आषाढ वारीके अवसरपर भी मुख्यमंत्रीने यही आश्वासन दिया था; किंतु अचानक अध्यादेश द्वारा यह अधिनियम हिंदुओंके सिरपर दे मारा है । अत: वारकरी भीषण संतप्त हैं । छत्रपति शिवाजी महाराज चौकसे आरंभ हुआ यह मोर्चा राज्यप्रशासनके निषेधकी घोषणा करते हुए पूरे अनुशासनके साथ तहसीलदार कार्यालयके निकट आया । तत्पश्चात नायब तहसीलदार मोरेको आवेदन दिया गया । आवेदनमें निर्देश किया गया है कि वारकरियोंकी समस्या तथा जादूटोनाविरोधी अधिनियमके विषयमें विचारविमर्श करने हेतु महाराष्ट्र प्रशासनद्वारा स्थापित प्रशासकीय वारकरी समन्वय समितिकी बैठक तुरंत बुलाईजाए ।

इस अवसरपर ह.भ.प. मारुति महाराज तुणतुणे, ह.भ.प. कृष्णा महाराज अहिरे, ह.भ.प. देवव्रत महाराज वासकर, ह.भ.प. देवीदास महाराज ढवळीकर, ह.भ.प. बापू महाराज रावकर, ह.भ.प. गोविंद महाराज आदिके साथ ५०० वारकरी उपस्थित थे । (ऐसे धर्माभिमानी वारकरी ही हिंदू धर्मकी शक्ति हैं ! धर्मकार्य हेतु ऐसी तडप कितने हिंदुत्ववादी संगठन एवं राजकीय पक्षोंमें है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Comment

Notice : The source URLs cited in the news/article might be only valid on the date the news/article was published. Most of them may become invalid from a day to a few months later. When a URL fails to work, you may go to the top level of the sources website and search for the news/article.

Disclaimer : The news/article published are collected from various sources and responsibility of news/article lies solely on the source itself. Hindu Janajagruti Samiti (HJS) or its website is not in anyway connected nor it is responsible for the news/article content presented here. ​Opinions expressed in this article are the authors personal opinions. Information, facts or opinions shared by the Author do not reflect the views of HJS and HJS is not responsible or liable for the same. The Author is responsible for accuracy, completeness, suitability and validity of any information in this article. ​