ज्येष्ठ शु ९, कलियुग वर्ष ५११४
हिंदुओ, कांग्रेसी राजनेताओंद्वारा कभी कोई मस्जिद अथवा चर्च गिराए जानेके संदर्भमें समाचार नहीं सुनाई देता, यह ध्यानमें रखें !
पुणे (महाराष्ट्र) २९ मई, (संवाददाता)- हिंदुओंके मंदिरोंका ध्वंस करनेवाले महंमद तुघलककी वंशपरंपरा निश्चयपूर्वक आगे चलानेका कार्य पुणे महापालिका नियमित रूपसे कर रही है, यह एक बार पुनः स्पष्ट हो गया है । महापालिकाद्वारा पालिकाके बसस्थानकके सामने पदपथपर स्थित दत्त मंदिर शुक्रवारको मध्यरात्रिमें गिराया गया । डेढ वर्षोंमें महापालिकाद्वारा गिराया गया यह हिंदुओंका १०५ वां मंदिर है । (हिंदुओ, यह आपकी असंगठितता एवं निष्क्रियताका परिणाम है । किसी भी सरकारी अधिकारीद्वारा अन्य धर्मियोंके आस्थास्थानोंको हाथ लगानेका साहस नहीं दिखाया जाता, जब कि आपके आस्थास्थान रातोरात गिराए जाते हैं । हिंदुओ, यह स्थिति परिवर्तित करने हेतु राष्ट्रप्रेमी एवं धर्मप्रेमियोंका हिंदु राष्ट्र स्थापित करना अनिवार्य है ।-संपादक)
मंदिर गिरानेके विषयमें महापालिकाके अतिक्रमण विभागके प्रमुख रमेश शेलारको पूछा जानेपर उन्होंने कहा कि इस मंदिरका पदपथपर अवैधानिक रूपसे निर्माण किया गया है, इसलिए उसपर कार्यवाही की गई है । उन्होंने कहा कि अधिक जानकारीके लिए क्षेत्रिय अधिकारीसे संपर्क करें ।
२०० वर्ग फिटकी भूमिपर निर्मित यह मंदिर १५ वर्ष पुराना एवं इससे छोटा था । यहां प्रतिदिन सहस्रों श्रद्धालु दर्शनके लिए नियमित रूपसे आते थे । सभी श्रद्धालुओंकी श्री गुरुदेव दत्त भगवानपर असीम श्रद्धा थी । श्रद्धालुओंकी सुविधाके लिए इस मंदिरका जीर्णोद्धार करनेका काम जारी था । ८० प्रतिशत काम पूरा भी हो गया था । विशेष बात यह है कि इस मंदिरके जीर्णोद्धारके लिए पालिकाके ही ‘पुणे महानगर परिवहन मंडल’ के चालक, वाहक एवं अन्य कर्मचारियोंने अर्पण इकट्ठा किया था । महापालिकाकी निष्क्रियताके कारण निर्मित पुणेकी भीषण यातायातकी समस्याओंसे अपने साथ सभी यात्रीगण भी सरलतासे उचित स्थानपर पहुंचे इस हेतु सवेरेसे सैकडों चालक एवं वाहक श्री गुरूदेव दत्तको प्रार्थना करनेके पश्चात ही गाडी चलाते थे ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात