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जिहादियोंद्वारा जनपद बीड में भगवान श्रीगणेशजी की विसर्जित मूर्तिकी विडंबना

अश्विन कृष्ण ३, कलियुग वर्ष ५११५

  • धर्मांधोंद्वारा गजनीके मुहम्मद को भी पीछे छोड देनेवाला कृत्य !

  • हिंदुओ, धर्मांधों की उद्दंडता को रोकने हेतु ‘हिंदू राष्ट्र’ स्थापित करना अनिवार्य है !

माजलगांव (जनपद बीड, महाराष्ट्र) : १८ सितंबरको माजलगांव तहसीलके दिंद्रुडमें धर्मांध युवकोंद्वारा भगवान श्रीगणेशजीकी विसर्जित मूर्तिकी विडंबना होनेकी संतापजनक घटना हुई है । दूसरे दिन हिंदुओंके पुलिस थानेमें जाकर धरणा देनेके पश्चात एक धर्मांधको बंदी बनाया गया । शेष धर्मांधोंने पलायन किया । (पुलिसकर्मियोंकी टालमटोलके कारण ही धर्मांधोंको पलायन करनेका अवसर मिला । यदि धर्मांधोंद्वारा दंगोंके समय ऐसे पुलिसकर्मियोंपर आक्रमण किया गया, तो हिंदू उन्हें क्यों बचाएं ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

१. १८ सितंबरको गणेशभक्तोंने यशवंतराव चौहाण विद्यालयके सामनेवाले तालाबमें भगवान श्री गणेशजीकी मूर्तिका विसर्जन किया एवं वहांसे निकलकर चले गए । तदुपरांत गांवके ४-५ धर्मांधोंने विसर्जित श्रीगणेशमूर्तिको पुनः तालाबसे बाहर निकाला एवं उसकी विडंबना की । (धर्मांधोंकी उद्दंडता ! धर्मांधोंको आजतकके सर्वपक्षीय राजनेताओंद्वारा की गई धर्मांधोंकी चापलूसीके कारण निश्चित रूपसे ज्ञात हो गया है कि उनके कुछ भी करनेपर कोई उनका कुछ बिगाड नहीं सकता । इसीलिए वे हिंदुओंके श्रद्धास्रोतोंकी विडंबना करते हैं – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

२. विद्यालयके अध्यापक एवं छात्रोंद्वारा ग्रामवासियोंको इस संतापजनक घटनाके संदर्भमें बतानेपर ग्रामवासियोंने इस विषयमें दिंदु्रड पुलिस थानेमें जानकारी दी; परंतु पुलिस निरीक्षक बेगने इसपर कोई कार्यवाही नहीं की । (धर्मांध होनेके कारण बेगने उनपर कार्यवाही नहीं की ! इससे यदि ऐसा प्रतीत हो कि धर्मांध पुलिस अधिकारी पक्षपात करते हैं, तो उसमें क्या चूक है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

३. १९ सितंबरको इस घटनासे संतप्त ग्रामवासियोंद्वारा सवेरे १० बजे पुलिस थानेके समक्ष बैठकर धर्मांधोंको बंदी बनानेकी मांग की गई । ग्रामवासियोंका उद्रेक देखकर पुलिसने शेख शाहरूख शेख नासेरको नियंत्रणमें लिया । (भगवान श्री गणेशजीकी मूर्तिकी विडंबना करनेवाले धर्मांधोंको स्थायी रूपसे बंदी बनानेकी मांग करनेवाले दिंद्रुड ग्रामवासियोंका अभिनंदन ! यदि सर्वत्रके हिंदुओंद्वारा ऐसी एकता दर्शाई गई, तो ही धर्मांधोंकी उद्दंडतापर नियंत्रण होगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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