अश्विन कृष्ण ७, कलियुग वर्ष ५११५
नैरोबी में आतंक का अंत, सभी बंधक छुड़ाए
नैरोबी – केनिया की राजधानी नैरोबी में हमले के 60 घंटे बाद वेस्टगेट मॉल में दशहत और आतंक खात्मे की ओर है। शनिवार दोपहर से मॉल में घुसे 10-15 अल शबाब के आतंकियों में से तीन को मार गिराया गया है और अन्य घायल बताए जा रहे हैं। खुफिया अधिकारी के मुताबिक, इजराइली सुरक्षा बल भी ब्रिटिश व अमेरिकी एजेंट के साथ अभियान में जुटे हुए हैं। केन्या रक्षा बल प्रमुख जनरल जूलियस करांगी ने कहा, हमें नहीं पता हमला करने वाले किन-किन देशों के हैं, लेकिन इतना जरूर है कि इनका ताल्लुक कई देशों से है। 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। गृह मंत्री जोसफ ओले के मुताबिक मॉल की सभी मंजिलों पर सुरक्षा बलों का कब्जा हो चुका है। अधिकांश बंधकों को बाहर निकाल लिया गया है। हमले में 62 लोगों की मौत हुई है। 65 घायलों का अब भी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। एक पत्रकार ने बताया, तड़के क्भ् मिनट तक भारी गोलीबारी की आवाजें सुनीं। मॉल के चारों ओर खड़े सैनिक अपने को बचाने के लिए आड़ में छुपते देखे गए। दिन में आतंकियों ने चार शक्तिशाली धमाके कर मॉल के एक हिस्से में आग लगा दी। एक घंटे से अधिक समय तक धुआं उठता दिखाई दिया। कुछ खबरों में कहा गया कि आतंकी बंधकों को ढाल बना रहे हैं। अल शबाब के प्रवक्ता अली महमूद रागे ने धमकी दी कि मुजाहिदीनों की ओर सुरक्षा बल बढ़े तो इसका खामियाजा बंधकों को भुगतना पड़ेगा।
इस्लाम संबंधी जवाब न दे पाने पर मारी गोली
अबुजा – नैरोबी के मॉल में सोमालियाई आतंकियों ने इस्लाम संबंधी सवाल का जवाब नहीं देने पर एक भारतीय को गोली मार दी थी। मीडिया रिपोर्टो में कहा गया है कि आतंकियों ने लोगों से अपनी पहचान बताने को कहा। वे गैरमुस्लिमों की पहचान के लिए लोगों से इस्लाम से जुड़े सवाल पूछ रहे थे या कलमा पढ़ने को कह रहे थे। ब्रिटिश अखबार गार्जियन ने एक ईसाई जोशुआ हाकिम के हवाले से बताया कि उन्होंने अपने पहचानपत्र में ईसाई नाम को अंगूठे से छुपाते हुए आतंकियों को दिखाया, जिसके बाद उन्हें जाने दिया गया। इसके बाद एक भारतीय की बारी आई। आतंकियों ने उनसे पूछा कि पैगंबर मुहम्मद की मां का नाम क्या है ? जवाब न दे पाने पर उन्होंने उसे गोली मार दी। इस हमले में दो भारतीयों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार हमले में कुछ और भारतीय भी मारे गए हैं।
स्त्रोत : जागरण
नैरोबी, केन्या : जिहादी आतंकियों ने गैर मुस्लिमों को चुन-चुन कर मारा, ६८ की मौत
नैरोबी : मुंबई हमले की तर्ज पर शनिवार को सोमालियाई आतंकियों ने केन्या की राजधानी नैरोबी के वेस्टगेट शॉपिंग मॉल में हमला किया। भारी संख्या में घातक हथियारों से लैस १०-१५ आतंकियों की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या ६८ हो गई है। इनमें केन्या के राष्ट्रपति उहुरु केनयात्त के भतीजे और उनकी मंगेतर समेत दो भारतीय भी शामिल हैं। हमले में घायल २०० लोगों में दो महिलाओं समेत चार भारतीय हैं। मॉल में बंधक ३० लोगों को छुड़ाने के लिए आतंकियों और सेना के बीच लगातार दूसरे दिन भी जारी मुठभेड़ में इजरायली बल भी शामिल हो गए हैं। अलकायदा से जुड़े आतंकी संगठन अल शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमले के दौरान आतंकियों ने चुन-चुनकर गैर-मुस्लिमों को निशाना बनाया। आतंकियों की संख्या के बारे में अलग-अलग जानकारी मिल रही है। एक मंत्री का कहना है कि हमले में १०-१५ सशस्त्र आतंकी शामिल थे, जबकि कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने चार लोगों को देखा था, जिनके सिर स्कार्फ से ढके थे। केन्या के गृह मंत्री जोसेफ ओले लेंकू ने कहा कि बंधकों के कारण अभियान मुश्किल हो गया है। अल शबाब के प्रवक्ता अली मुहम्मद ने अपने रेडियो संदेश में कहा है कि केन्या में तब तक शांति नहीं होगी, जब तक वह सोमालिया से अपनी सेना वापस नहीं बुला लेता।
दिल्ली में भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमले में मारे गए दो भारतीयों में एक आठ वर्षीय बच्चा है। मृतक आठ वर्षीय परमसु जैन स्थानीय बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा के प्रबंधक मनोज जैन का बेटा था। वहीं, मृतक श्रीधर नटराजन (४०) एक दवा कंपनी में काम करते थे। नैरोबी स्थित भारतीय उच्चायोग मृतकों के परिजनों के साथ संपर्क में है। उच्चायोग के शीर्ष अधिकारी ने बताया कि हमले में मारे गए श्रीधर नटराजन की पत्नी मंजुला श्रीधर (४०), मृतक परमसु की मां मुक्ता जैन (३८), बहन पूर्वी जैन (१२) और फ्लैमिंगो ड्यूटी फ्री के कर्मी नटरजान रामचंद्रन घायल हुए हैं। ये सभी भारतीय हैं। हमले में जिन विदेशियों की मौत हुई है, उनमें दो-दो कनाडा और फ्रांस के तथा एक दक्षिण कोरियाई नागरिक है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को केनयात्त से बात कर हमले की निंदा की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। भाजपा के पीएम प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमले की निंदा की।
हमले के पीछे पाकिस्तान
इस्लामाबाद : नैरोबी के शॉपिंग मॉल में हुए हमले के पीछे पाकिस्तानी मूल के अबू मूसा मोमबासा का हाथ होने का संदेह जताया जा रहा है। लांग वार जर्नल की २०१० की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पाकिस्तानी नागरिक अबू अल शबाब के प्रशिक्षण प्रमुख के रूप में काम करता था। इस बीच, हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद अल शबाब का ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया गया है।
स्त्रोत : जागरण