अश्विन कृष्ण ५, कलियुग वर्ष ५११५
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नई दिल्ली – योग गुरू बाबा रामदेव से लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर दो दिन तक हुई पूछताछ कहीं कोई साजिश तो नहीं थी। सोनिया और राहुल गांधी पर जो आरोप रामदेव लगा रहे हैं वो कहां तक सही हैं? इसका फैसला अभी तक नहीं हो पाया है, लेकिन रामदेव के आरोप कुछ हद तक सही साबित हो सकते हैं, क्योंकि रामदेव से दो दिन हुई पूछताछ की वजह बताने में टालमटोल की गई। हालांकि पहले दिन तो अधिकारियों ने पूछताछ की वजह नहीं बताई लेकिन दूसरे दिन की पूछताछ उनके बिजनेस वीजा की बजाय टूरिस्ट वीजा पर सफर करने के संबंध में की गई।
रामदेव ने खुद को इमिग्रेशन विभाग द्वारा परेशान किए जाने पर सीधे सरकार की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि सोनिया कठपुतली की तरह सरकार चला रही हैं। रामदेव ने सीधे तौर पर मोदी के साथ खुद को जोड़कर कहा कि मोदी और मैं एक फकीर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हम दोंने को देश में नहीं हरा पा रही है इसलिए विदेशों में फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। रामदेव ने कहा मुझपर झूठा आरोप लगाकर जेल भेजने की साजिश की गई और मेरे नाम से रेड अलर्ट करने की भी कोशिश की गई।
राहुल गांधी पर निशाना सादते हुए रामदेव ने कहा कि राहुल गांधी को सही गुरू नहीं मिला और सरकार चलाने के लिए बेटे में योग्यता भी होनी चाहिए। रामदेव ने सरकार पर सीधे तौर पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत में सत्ता संविधान से नहीं चल रही है इसलिए वो पूरे देश में जनजागरण का अभियान छेड़ेंगे।
अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर सोनिया गांधी रामदेव के पीछे क्यों पड़ी हैं? रामदेव ने पहले भी आरोप लगाए थे कि उनको धमकी मिल चुकी है। रामदेव ने कहा, 'मैं यूके की धरती पर बैठकर ये बात बोल रहा हूं कि मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है। भारत में मुझे सूचना मिली थी कि हमारे खिलाफ बोलना बंद करो, या फिर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो। मैंने कहा मैं कोई भी अंजाम भुगतने के लिए तैयार हूं।'
स्त्रोत : पंजाब केसरी