अश्विन कृष्ण ५, कलियुग वर्ष ५११५
भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार को मोदी की रैलियों में कार्यकताओं से टिकट वसूलने का बचाव किया है। स्वामी ने इस मुद्दे पर कहा कि लोग जब पैसे देने को तैयार हैं तो फिर इसमें क्या दिक्कत है।
स्वामी ने महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे अक्सर ऐसा किया करते थे। वे ऑटोग्राफ देने के बदले पांच रुपए लिया करते थे। जिसे कांग्रेसी कार्यकर्ता पार्टी के खाते में डालने के बजाए अपनी जेब में डाल लिया करते थे। हमारे कार्यकर्ता पैसे लेते हैं और उसे पार्टी के खाते में जमा कराते हैं।
मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावनाओं पर स्वामी ने कहा कि यह पार्टी तय करेगी इसका निर्णय मैं नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि यहां स्थित घर मेरे रिश्तेदारों का है। मैं यहां से पहले भी दो बार चुना गया हूं। लिहाजा यहां से मेरा लगाव है।
राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गर्मजोशी से भरी मुलाकात पर स्वामी ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि लोकतांत्रिक समाज में मतभेदों के बावजूद दूसरे दलों के नेताओं से मिलने में आपको किसी तरह की हिचक होनी चाहिए।
मुझे खुशी होगी कि अगर किसी बैठक के दौरान मुझे वामपंथी नेताओं से मुलाकात का मौका मिले।
राहुल गांधी के महाराष्ट्र दौरे पर स्वामी ने कहा कि वे जहां भी जाएंगे उससे हमारे वोट ही बढ़ेंगे। हम चाहते हैं कि वह पूरे देश में जाएं।
स्त्रोत : अमर उजाला