अद्ययावत
- इलाहबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में फिल्म 'गोलियों की रासलीला, राम-लीला' के प्रदर्शन पर रोक लगाई (२० नवंबर २०१३)
- ‘राम-लीला’ पर यूपी-पंजाब में माहौल गरमा गया (१९ नवंबर २०१३)
- फिल्म रामलीला की रिलीज पर देशभर में रोक (१३ नवंबर २०१३)
- रामलीला फिल्म में अश्लीलता पर विवाद, यूपी में बैन करने की धमकी (६ नवंबर २०१३)
- हिंदुओंके देवताओंकी विडंबना करनेवाले रामलीला चलचित्रके विरुद्ध हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे जानकारी एवं प्रसारण मंत्रीको पत्र ! (२ नवंबर २०१३)
- हिंदी चलचित्र ‘गोलियोंकी रासलीला-रामलीला’ बनी विवादों की लीला (२ नवंबर २०१३)
- धार्मिक भावनाओंपर आघात होनेसे ‘रामलीला’ चलचित्रके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करनेका आदेश
इलाहबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश में फिल्म 'गोलियों की रासलीला, राम-लीला' के प्रदर्शन पर रोक लगाई
२० नवंबर २०१३
लखनउ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनउ पीठ ने विवादास्पद फिल्म ‘रामलीला’ के उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन पर आज तत्काल रोक लगा दी। अदालत ने इस मामले में केन्द्र तथा राज्य सरकार समेत विभिन्न पक्षकारों से चार हफ्ते में जवाब तलब किया है। न्यायमूर्ति देवी प्रसाद सिंह तथा न्यायमूर्ति अशोक पाल सिंह की खण्डपीठ ने यह आदेश बहराइच के संगठन श्री मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान रामलीला समिति की तरफ से दायर याचिका पर दिया है।
याचिका में ‘रामलीला’ फिल्म के प्रदर्शन के सिलसिले में सेंसर बोर्ड द्वारा गत एक नवम्बर को जारी प्रमाणपत्र को निरस्त किये जाने का आग्रह किया गया है। साथ ही फिल्म के कुछ विवादित संवादों तथा शब्दों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उन्हें फिल्म से निकाले जाने की कार्रवाई के निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है।
याची समिति की तरफ से कहा गया है कि इस फिल्म के प्रदर्शन से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की छवि धूमिल हो रही है, क्योंकि उनकी लीलाओं का भारतीय जनमानस पर गहरा असर है। यह भी दलील दी गयी कि ‘रामलीला’ नामक शीर्षक से लोगों में गलत संदेश जा रहा है और खास तौर पर हिन्दुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं।
स्त्रोत : पंजाब केसरी
‘राम-लीला’ पर यूपी-पंजाब में माहौल गरमा गया
१९ नवंबर २०१३
इलाहाबाद, जालंधर – संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘राम-लीला’ के शुक्रवार को रिलीज होने के साथ ही इलाहाबाद से लेकर जालंधर तक माहौल गरमा गया। फिल्म का नाम बदलने को लेकर कई हिंदू संगठनों ने सिनेमाघरों के बाहर प्रदर्शन किया व निर्देशक के खिलाफ नारे लगाए।
फिल्म के पोस्टर फाड़े और उसे जलाने की कोशिश की गई। जालंधर स्थित पीवीआर में हिंदू संगठन एक साथ पहुंचे और चल रहे शो में से दर्शकों को उठा दिया। चेतावनी दी गई कि फिल्म का नाम न हटाया गया तो विरोध-प्रदर्शन तेज किया जाएगा। जालंधर में हाईवे जाम कर रहे कुछ भाजपाइयों को पुलिस ने हिरासत में लिया, बाद में छोड़ दिया गया।
इलाहाबाद में राष्ट्रीय युवा क्रांतिकारी मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने महासचिव राजीव दुबे के नेतृत्व में सिविल लाइंस स्थित पैलेस थिएटर के बाहर प्रदर्शन हुआ। दुबे ने आरोप लगाया कि यह फिल्म भारतीय संस्कृति और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली है।
पैलेस थिएटर के संचालक आशुतोष अग्रवाल ने माना कि पहले शो में दर्शकों की संख्या थोड़ी कम रही लेकिन प्रदर्शन जारी रहा। इसी तरह सुग्रीव निषाद के नेतृत्व में छात्रों की टोली ने तेलियरगंज स्थित अवतार टॉकीज के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने फिल्म का पोस्टर जलाने के साथ बुकिंग काउंटर को भी जबरन बंद करा दिया।
जालंधर में सुबह ही शिव सेना, हिंदू जागृति मंच, हिंद क्रांति दल आदि हिंदू संगठनों एक रोष मार्च निकाला। संगठनों ने सिनेमाघरों में पहुंचकर फिल्म को रुकवाना शुरू कर दिया। हिंदू संगठनों ने पहले सिनेमा घरों में फिर पुलिस कमिश्नर राम सिंह के कार्यालय के बाहर हंगामा किया। वहीं भाजपा के स्टेट कल्चर सेल के प्रधान किशन लाल शर्मा ने नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक जाम करने की घोषणा कर दी।
वे साथियों को लेकर एनएच जाम करने के लिए पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों की टीम ने उनको हिरासत में ले लिया। दिन भर शहर में तनावपूर्ण स्थिति रही। सिनेमाघरों की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि फिल्म के पोस्टर से राम लीला नामक फिल्म के शीर्ष से राम शब्द को हटा दिया जाएगा।
एडीसीपी ने सिनेमाघरों को मनाया
आखिरकार शिवसेना, हिंद क्रांति दल इस बात पर सहमत हो गए कि फिल्म में से विवादित गीत को बंद कर दिया जाए और जो पोस्टर फिल्म के लगे हैं, उनमें लिखे राम शब्द को मिटा दिया जाए। एडीसीपी नरेश डोगरा ने जालंधर के तीनों सिनेमाघरों में खुद बात की और अपने बलबूते पर उनको इस बात के लिए मना लिया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
फिल्म रामलीला की रिलीज पर देशभर में रोक
१३ नवंबर २०१३
नई दिल्ली: फिल्म रामलीला की रिलीज पर देशभर में रोक। दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने फिल्म रामलीला की रीलीज पर देशभर में रोक लगा दी है। फिल्म में राम और हनुमान की भूमिका पर आप्ति जताई गई है।
फिल्म के प्रचार तरीकों को लेकर कई संगठनों द्वारा आप्ति के बाद फिल्म रामलीला पर रोक लगाई गई है।
स्त्रोत : पंजाब केसरी
रामलीला फिल्म में अश्लीलता पर विवाद, यूपी में बैन करने की धमकी
६ नवंबर २०१३
कानपुर – निर्माता और निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के खिलाफ परिवाद दाखिल किया गया है। संजय लीला भंसाली पर आरोप है कि उन्होंने अपनी आगामी फ़िल्म रामलीला में भगवान राम का अपमान किया है।उस पिक्चर में पूरी अश्लीलता भरी है, जो हिन्दुओ के भावनाओं को ठेस पहुंचती है।
कानपुर के सीएमएम कोर्ट में यह परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद संजय लीला भंसाली, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा और रणवीर सिंह के खिलाफ है। कानपुर के श्याम मिश्रा स्मारक संस्थान के फाउंडर नरेंद्र सिंह उर्फ़ पिंटू ठाकुर ने इस परिवाद को दाखिल किया है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर
हिंदुओंके देवताओंकी विडंबना करनेवाले रामलीला चलचित्रके विरुद्ध हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे जानकारी एवं प्रसारण मंत्रीको पत्र !
२ नवंबर २०१३
मुंबई : ‘रामलीला’ हिंदी चित्रपट द्वारा प्रभु रामचंद्रकी होनेवाली विडंबना रोकने हेतु हिंदू जनजागृति समितिके मुंबई, ठाणे तथा रायगढ जिलोंके समन्वयक श्री. शिवाजी वटकरने केंद्रीय जानकारी एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारीको पत्र भेजकर यह चलचित्र प्रदर्शित न होने देनेकी विनती की है ।
इस पत्रमें श्री. वटकरने कहा है कि संजय लीला भन्साली दिग्दर्शित एवं निर्मित रामलीला चलचित्रके अनेक दृश्य तथा गाने अश्लील एवं देवतााओंकी विडंबना करनेवाले हैं; अत: उससे हिंदुओंकी धार्मिक भावनाओंको ठेस पहुंची है । यह कृत्य भारतीय दंड विधानानुसार अपराध है । चलचित्रका नाम प्रभु रामचंद्रके चरित्रसे मिलता-जुलता है; किंतु चलचित्रकी कथा रोमियो-ज्युलियट नायक-नायिकासे संबंधित है । अत: हिंदुओंका पवित्र ग्रंथ रामायणका विकृतीकरण होनेसे हिंदुओंकी धार्मिक भावनाओंको ठेस पहुंची है । अत: इस चलचित्रका प्रदर्शन त्वरित रोककर चलचित्रके दिग्दर्शक, निर्माता तथा संबंधित व्याqक्तयोंपर कार्यवाही करें । इससे पूर्व हिंदू जनजागृति समितिने अनेक चलचित्रों द्वारा हिंदू देवताओंकी विडंबना होनेके परिवाद चलचित्र परिनिरीक्षण मंडलमें की थी; किंतु कभी भी सकारात्मक प्रतिसाद प्राप्त न होनेसे अब आपके पास (जानकारी तथा प्रसारण मंत्रीके पास ) आए हैं । ऐसा होकर भी यदि चलचित्र प्रदर्शित हुआ तो बडी संख्यामें हिंदू निषेध व्यक्त करेंगे । यह टालने हेतु चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल तथा प्रसारण मंत्रालयका उत्तरदायित्व होगा, यह ध्यानमें रखें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
हिंदी चलचित्र ‘गोलियोंकी रासलीला-रामलीला’ बनी विवादों की लीला
३ अक्टूबर २०१३
जयपुर – फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म 'रामलीला' एक बार फिर विवादों में घिर गई है। जयपुर की एसीजेएम-१० कोर्ट ने 'गोलियो की रासलीला-रामलीला' शीर्षक से जारी रामलीला फिल्म के विज्ञापन को धार्मिक भावना आहत करने वाला बताते हुए दायर एक और परिवाद पर मामला दर्ज करने को कहा है।
रामलीला का ट्रेलर हुआ हिट
जयपुर के विद्याधर नगर थाने में मामला दर्ज करने के लिए भेजे इस परिवाद में फिल्म की निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ ही अभिनेता रणवीर सिंह और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को पक्षकार बनाया गया है। यह परिवाद देवेन्द्र शर्मा ने दायर किया है। गौरतलब है कि इस मुद्दे को लेकर पहले भी रणवीर, दीपिका के खिलाफ एक वकील ने शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद कोर्ट ने फिल्म के पोस्टर पर रोक लगा दी थी। फिल्म में रोमियो एंड जुलियट की लव स्टोरी है। यह फिल्म १५ नवंबर को रिलीज होने जा रही है। इसमें रणवीर, दीपिका पादुकोण की जोड़ी पहली बार साथ नजर आएंगी।
स्त्रोत : जागरण
धार्मिक भावनाओंपर आघात होनेसे ‘रामलीला’ चलचित्रके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करनेका आदेश
अश्विन कृष्ण ५, कलियुग वर्ष ५११५
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जयपुर : हिंदी चलचित्र ‘गोलियोंकी रासलीला-रामलीला’द्वारा हिंदुओंकी धार्मिक भावनाओंपर आघात होनेसे जयपुर न्यायालयने चलचित्रकी अभिनेत्री दीपिका, अभिनेता रणवीर सिंह तथा चलचित्रके दिग्दर्शक-निर्माता संजय लीला भंसालीके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करनेका आदेश दिया है । इस चलचित्रके कुछ दृश्य अश्लील होनेसे चलचित्रका प्रदर्शन क्यों न रोकें, न्यायालयने ऐसी सूचना (नोटिस) दी है । (अपनी ही धर्मश्रद्धांओंका अपमान करनेवाला चलचित्र बनानेवाले तथा उसमें भूमिका निभानेवाले जन्महिंदू ही हिंदू धर्मके सच्चे शत्रु हैं ! हिंदुओंको ऐसे व्यक्तियोंके सारे चलचित्रोंका बहिष्कार करना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस विषयमें पुलिस तुरंत अन्वेषण अहवाल प्रस्तुत करे, ऐसा भी आदेश न्यायालयने दिया है । ‘ईरास इंटरनैशनल’ तथा ‘भंसाली प्रोडक्शन’ द्वारा इस चलचित्रका निर्माण किया गया है ।
१. नवंबरमें प्रदर्शित होनेवाले इस चलचित्रके विरुद्ध जयपुरके अधिवक्ता श्री. पवन शर्माने स्थानीय न्यायालयमें याचिका प्रविष्ट की है । (धर्माभिमानी श्री. पवन शर्माका अभिनंदन ! ऐसे धर्माभिमानी अधिवक्ता सर्वत्र होने चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. इस चलचित्रके कुछ दृश्य अश्लील हैं । रामलीला तथा रासलीला दोनों धार्मिक शब्द हैं । अत: चलचित्रके कारण धार्मिक भावनाओंको आघात पहुंचा है, श्री.शर्माने याचिकामें ऐसा कहा है ।
३. न्यायालयने शर्माका कहना उचित जानकर चलचित्रकी अभिनेत्री दीपिका, अभिनेता रणवीर, दिग्दर्शक संजयलीला भंसाली एवं निर्माताओंके विरुद्ध श्यामनगर पुलिस थानामें अपराध प्रविष्ट करनेका आदेश दिया है ।
झोटवाडामें भी याचिका
राजस्थान स्थित झोटवाडामें मृगनयनी सिंहद्वारा प्रविष्ट याचिकाकी सुनवाईके समय न्यायालयने चलचित्रका प्रदर्शन क्यों न रोकें, ऐसा प्रश्न उपस्थित कर चलचित्रके निर्माता, दिग्दर्शक, अभिनेता, अभिनेत्री, इन सबको सूचना (नोटिस) भेजी है । याचिकाकी अगली सुनवाई ३० सितंबरको होगी । (मृगनयनी सिंहका भी अभिनंदन ! हिंदू अब उनके श्रद्धास्थानोंके विषयमें जागृत होकर वैध पद्धतिसे क्रियाशील हो रहे हैं, यह हिंदुओं हेतु आशादायी चित्र है ! प्रत्येक हिंदू यदि ऐसे ही जागृत हुआ तो इस देशमें हिंदू राष्ट्र आते देर नहीं लगेगी ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात