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इस्लामी आतंकवादका देशको सर्वाधिक धोखा ! – डॉ. स्वामीजी

ज्येष्ठ शु.१/१२, कलियुग वर्ष ५११४

पुनामें स्वा. सावरकरकी जयंतीके उपलक्ष्यमें ‘आतंकवाद : कारण एवं उपाय’ इस विषयपर प्रवचनका आयोजन         

हिंदुओं, केवल सुब्रह्मण्यम् स्वामीजी ही इस प्रकारका कथन कर सकते हैं, यह ध्यानमें रखें !


पुना – आतंकवादके विरुद्ध लडनेके विषयमें शासनकी निष्क्रीयताके पीछे भ्रष्टाचार ही मूल कारण है । हिंदुओमें एकता हुई, तो राजनीतिक दलोंको मुसलमानोंके विषयमें नहीं,  अपितु हिंदुओंके बारेमें ही विचार करना पडेगा । दुर्भाग्यवश हिंदुओंको आज प्रत्येक बातके लिए झगडना पडता हैं । रामसेतुके लिए हमें न्यायालयमें न्याय मांगना पड रहा है, इससे  अधिक दुर्भाग्य क्या होगा ? आज देशको सर्वाधिक धोखा इस्लामी आतंकवादका है । इस आतंकवादको नष्ट करनेके लिए सभी हिंदुओंको संगठित होनेकी आवश्यकता है, ऐसा प्रतिपादन जनता दलके अध्यक्ष डॉ. सुब्रह्मण्यम् स्वामीजीने रविवारके दिन किया हैं । स्वतंत्रतावीर सावरकर जयंतीके उपलक्ष्यमें पुणे नगर हिंदु सभा एवं सावरकर स्मृति प्रतिष्ठानके संयुक्त विद्यमानसे ‘आतंकवाद : कारण एवं उपाय’ नामक विषयपर आयोजित किए गए प्रवचनमें वे बोल रहे थे । अध्यक्ष स्थानपर ब्रिगेडियर हेमंत महाजनजी थे ।

डॉ. स्वामीजीने आगे बताया कि, ‘‘देशमें हो रहे अनुचित व्यवहारोंद्वारा निर्मित काला धन हवालाके माध्यमसे विदेशके अधिकोषोंमें एकत्रित होता हैं । उसमें पाकके ‘आयएस्आयका सहभाग रहता है । इस काले धनके विषयमें पाकको सारी जानकारी होनेके कारण वर्तमान शासक पाकके विरोधमें कठोर कार्रवाई करनेके लिए झिझक रहें है ।’’

‘‘ईशान्य भारतमें अधिक मात्रामें बांग्लादेशी घुसपैठ होनेके कारण सन २०२० में आसम राज्यके प्रमुख नेता बांग्लादेशी होनेकी संभावना अधिक है । इस धोखेके विषयमें सजग होकर उचित कृत्य करनेकी आवश्यकता है’’, ऐसा प्रतिपादन ब्रिगेडियन महाजनजीने अध्यक्षीय व्याख्यानमें किया ।

इस समय गजानन नेरकरद्वारा लिखित ‘सावरकरद्वेषको प्रत्युत्तर’ नामक पुस्तकका विमोचन भी डॉ. स्वामीजीके हाथों  हुआ । ‘श्रद्धा प्रकाशन’के अरविंद नेरकर भी इस समय उपस्थित थे । प्रतिष्ठानकी अध्यक्षा हिमानी सावरकरने आभार व्यक्त किए । 

स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात

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