अश्विन कृष्ण ८, कलियुग वर्ष ५११५
पाकिस्तानके दलाल बने देशद्रोही राजनेताओंको फांसीका दंड दें !
मुंबई – नियंत्रणमें लिए ‘इंडियन मुजाहिद्दीन’के प्रमुख सूत्रधार यासीन भटकलने पूछताछ करते समय नकली भारतीय चालू मुद्रा बनानेवाली पाकिस्तानकी गुप्तचर संस्थाकी आई.एस.आई टोलीमें भारतके कुछ राजनीतिक नेताओंके सम्मिलित होनेकी भी बात उजागर की है । इससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तानकी गुप्तचर संस्था ‘आई.एस.आई.’ने भारतके कुछ राजनीतिक नेताओंको अपने जालमें फांस लिया है । ( स्वार्थके लिए राष्ट्रसे छल प्रपंच (‘बेवफाई’) करनेवाले राजनेता लोगोंका प्रतिनिधित्व करते हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
१. भटकलने स्पष्ट किया कि भारत-नेपाल सीमापर नकली भारतीय चालू मुद्राओंका व्यवहार करनेवाले लगभग २०० प्रमुख दलाल कार्यरत हैं, जिसमें कुछ भारतीय राजनीतिक नेता भी सम्मिलित हैं ।
२. पूछताछके समय भटकलने स्पष्ट किया कि ‘आई.एस.आई.’के न्यूनतम १० वरिष्ठ अधिकारी नकली भारतीय चालू मुद्राओंके व्यवहारमें लगे हैं / व्यस्त हैं । यह व्यवहार वे काठमांडूसे कर रहे हैं ।
३. कुख्यात आतंकवादी दाऊदने पूरे भारतमें आतंकवादियोंका जाल फैलाया है । गुप्तचर तंत्रोंके लिए यह जाल ढूंढना कठिन है । दाऊदने नकली भारतीय चालू मुद्राओंको व्यवहारमें लानेके लिए बडी शृंखलाकी स्थापना की है ।
भारतमें आतंकवादी कार्यवाहियां करनेके विषयमें यासीन भटकलद्वारा दी गई अन्य जानकारी
१. ‘आई.एस.आई.’ने इंडियन मुजाहिद्दीनके २४ आतंकवादियोंको प्रशिक्षित किया है तथा उनपर भारतके विरुद्ध जिहाद करनेका दायित्व सौंपा है ।
२. ‘आई.एस.आई’.ने नेपाली माओवादियोंकी सहायतासे भारतके नक्सलवादियोंके साथ संबंध प्रस्थापित किए हैं ।
३. ‘आई.एस.आई’.द्वारा नक्सलवादियोंको शस्त्रास्त्र एवं विस्फोटकोंकी पूर्ति की जाती है । उनके माध्यमसे भारतमें आतंकवादी कार्यवाहियां करनेकी उनकी योजना है ।
४. ‘आई.एस.आई’.द्वारा ‘उल्फा’के आतंकवादियोंको निधि, शस्त्रास्त्र एवं प्रशिक्षण देनेका कार्य चल रहा है । भारतके आतंकवादियोंको ‘हवाला’के माध्यमये निधिकी पूर्ति की जाती है तथा बांग्लादेशसे उन्हें शस्त्रास्त्र एवं विस्फोटकोंकी पूर्ति की जाती है ।
५. भटकलने कहा कि ‘हवाला’ एवं नकली चालू मुद्राओंके माध्यमसे भारतके आतंकवादियोंको निधि एवं विस्फोटकोंकी पूर्ति करना, आतंकवादियोंके लिए तलका निर्माणकार्य करना, संपर्कतंत्र निर्माण करना इत्यादि कार्य चल रहे हैं ।
स्तोत्र : दैनिक सनातन प्रभात