अश्विन कृष्ण १० , कलियुग वर्ष ५११५
धनगढ़ी – कैलाली महिला पुलिस सेल ने एक बस में जांच के दौरान दो ईसाई धर्म प्रचारकों और दो अभिभावकों के साथ २३ नेपाली लड़कों को पकड़ा है।
आरोप है कि धर्म प्रचारक इन्हें ईसाई धर्म की दीक्षा के लिए लखीमपुर (भारत) ले जा रहे थे।
पुलिस ने सभी बच्चों को एक संस्था के सुपुर्द कर प्रचारकों को हिरासत में ले लिया है। मुकदमा दर्ज कर प्रचारकों और अभिभावकों को जेल भेज दिया गया है।
पहले भी ले गए पांच बच्चे
कैलाली जिले के डीएसपी ऋषिराम कंडेल ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर त्रिनगर पुलिस चौकी पर तैनात महिला पुलिस सेल ने जब एक सिटी बस को चेक किया तो बस में ०५ वर्ष से १५ वर्ष के तमाम बच्चों को देख शंका हुई।
उन्होंने बच्चों से पूछताछ की तो बच्चों ने दो ईसाई धर्म प्रचारकों की ओर इशारा कर बताया कि वे उन्हें हिंदी भाषा सिखाने और ईसाई धर्म की दीक्षा दिलाने भारत ले जा रहे हैं। इस पर पुलिस टीम ने सभी को नीचे उतार लिया।
प्रचारक अजपाल और पूर्ण सेजुवाल ने पास्टर के रूप में कार्य करने की बात स्वीकारी। उन्होंने पूछताछ में बताया कि वे इससे पहले भी पांच छात्रों को ले जा चुके हैं। पुलिस को उनके पास से कोई अनुमति पत्र नहीं मिला है। बस में दो बच्चों के अभिभावक भी थे, उन्हें भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इसमें डोटी के चार और कालीकोट जिले के १९ बच्चे शामिल हैं।
पुलिस ने मानव बिक्री अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर प्रचारकों और अभिभावकों को जेल भेज दिया है। बच्चों को एक समाज सेवी संस्था के हवाले किया गया है, जिन्हें बाद में उनके घरों को पहुंचाया जाएगा।
स्त्रोत : अमर उजाला