अश्विन कृष्णपक्ष १३, कलियुग वर्ष ५११५
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ज्योतिषियोंका प्रबोधन करते हुए
हिंदू जनजागृति समितिके श्री. अजय संभूस
डोंबिवली – यहांके ज्योतिर्विद्यावाचस्पति श्री. श्री.श्री. भटके ज्योतिष विषयपर चल रहे अभ्यासवर्गमें हिंदू जनजागृति समितिके सर्वश्री अजय संभूस तथा महेश मुळीकने टोनाटोटका विरोधी अधिनियमके गंभीर परिणामोंके संदर्भमें सविस्तृत विषय प्रस्तुत कर उपस्थितोंका प्रबोधन किया । इस अवसरपर ज्योतिर्विद्यावाचस्पति श्री. भटने भी यह आवाहन किया कि, अधिनियमको विरोध करना ही चाहिए, उसके लिए सर्व ज्योतिषी प्रयास करें ।
समितिद्वारा बताया गया कि, महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समितिके जालस्थलपर(संकेतस्थलपर) भी अधिनियम इस सदरमें बताया गया है कि, अधिनियम सम्मत होनेपर ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्रका अंतर्भाव कर उसपर पाबंदी डालकर अधिनियम अधिक कडा किया जाएगा । साथ ही अधिनियममें अधिकांश बातोंकी परिभाषा नहीं की गई है तथा अधिकांश बातें संदिग्ध एवं अस्पष्ट रखी गई हैं; अतः इस अधिनियमकी भीषणता अधिक तीव्र हुई है । अतएव इस अधिनियमको अधिकांश व्यक्तियोंद्वारा विरोध होना चाहिए ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात