Menu Close

कात्रज (जिला पुणे) तथा नगरमें ५१ गोवंशके प्राण बचाए !

अश्विन कृष्ण १३, कलियुग वर्ष ५११५

पुणे – गोरक्षा हेतु सदैव तैयार रहनेवाले ‘अखिल भारतीय कृषि गोसेवा संघ’ के कार्यकर्ताओंद्वारा ३० सितंबरकी रात तथा १ अक्तूबरको की गोरक्षाके कारण ३४ गोवंशके प्राण बचे । एक ट्रकमें १० गायें, तो दूसरेमें १६ गायें एवं ६ बछडे तथा २ बैल अवैध पद्धतिसे ठूंसकर कोंढवाके पशुवधगृहकी ओर हत्या हेतु ले जाए जा रहे थे । गोरक्षकोंको इसकी सूचना मिलते ही उन्होंने दोनों ट्रक पकडकर गोवंशकी रक्षा की । मुक्त गोवंश वडकीके सरसेनापति हंबीरराव मोहिते गोशालामें भर्ती किए गए हैं । अखिल भारतीय कृषि गोसेवा संघके कार्याध्यक्ष श्री. मिलिंद एकबोटेके मार्गदर्शनमें कार्यकर्ताओंने गोरक्षा की । इस घटनामें भारती विद्यापीठ पुलिस थानामें अपराध प्रविष्ट किया गया है ।

नगरमें भी `पीपल्स फॉर एनिमल्स’ संगठनके कार्यकर्ताओंने गोवंशकी अवैध यातायात होनेकी जानकारी प्राप्त होते ही ३० किलोमीटरतक पीछा कर संबंधित ट्रक पकडकर गोवंशकी रक्षा की । उमराले ( तहसील दिंडोरी) में ट्रक पकडकर जबरदस्ती ठूंसे गए १४ बैलोंको मुक्त किया । उसी रातको कार्यकर्ताओंने चौफुला पशुवधगृह लाए जानेवाले टेंपोका पीछा कर ३ गायोंकी मुक्ति की । ‘पीपल्स फॉर एनिमल्स’ संगठनके सर्वश्री विकास गुंजाळ, नारायण भापकर, अमृत पडोले, सागर गोरडे, यादव गरुड आदिने गोरक्षाके कार्यमें विशेष रुचि दिखाई । इस घटनामें रफीक युसुफ शेख, मधुकर शंकर गांगुर्डेके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया गया है । ( हिंदुओ, गोद्रोहियोंकी गोहत्याकी गति देखकर कल ‘गाय’ केवल चित्रमें देखनेकी स्थिति आ सकती है । ऐसा न हो, इस हेतु गोरक्षकोंसे प्रेरणा लेकर गोवंशकी रक्षा हेतु कमर कसें !- संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *