अश्विन शुक्ल ३ , कलियुग वर्ष ५११५
नई देहली, महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा ओडिशा इन राज्योंमें हिंदुओंका क्रोध !
बेंगलुरूमें निदर्शन करते हुए धर्माभिमानी |
मुंबई – हिंदू धर्मपर हो रहे विविध आघातोंके विरुद्ध राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनकी ओरसे ६ अक्तूबरको देशव्यापी आंदोलन किया गया । देशके देहली, कर्नाटक, ओडिशा तथा महाराष्ट्र इन राज्योंमें विविध स्थानोंपर ‘धरना’ आंदोलन किया गया । देहली स्थित जंतरमंतर, ओडिशा स्थित भुवनेश्वर, तथा महाराष्ट्रमें २१ स्थानोंपर एवं कर्नाटकमें अनेक स्थानोंपर यह आंदोलन हुआ । इस अवसरपर सैकडों धर्माभिमानी तथा हिंदुत्ववादी संगठन सम्मिलित हुए थे । आंदोलनमें धर्माभिमानी हिंदुओंने हिंदुत्वकी आवाज उठाई । इन आंदोलनोंको सभी स्थानोंपर अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ है तथा हिंदुओंकी एकताका सकारात्मक उदाहरण देखनेको मिला । प्रशासनके विरुद्ध मनका असंतोष (भडास) प्रकट करनेका अवसर प्राप्त होनेसे अन्यायी शासनकर्ताओंका तीव्र निषेध किया गया ।
नई देहली स्थित जंतरमंतरमें आंदोलन !
‘इस्लामिक युनिवर्सिटी’, अर्थात जिहादी कार्यवाहियोंका अड्डा ! – राकेश गोरखा, भारतीय हिंदू युवा सभा
नई देहली – तिरुपति देवस्थानसे सारे हिंदुओंकी धार्मिक भावना जुडी है । अत: इस धार्मिक स्थानपर अपना अधिकार प्रस्थापित करने हेतु इस्लामिक युनिवर्सिटीका निर्माण करनेकी योजना बनाई जा रही है । इसमें हिंदुओंको मारने हेतु जिहादी बनाए जाएंगे । दो दिन पूर्व दो आतंकवादियोंको इस परिसरसे हथकडी लगाई गई थी । इस घटनाका गांभीर्य ध्यानमें लेना चाहिए । अत: इस्लामिक युनिवर्सिटी, अर्थात जिहादियोंका अड्डा तिरुपतिमें बन रहा है । यह षडयंत्र असफल करने हेतु हिंदुओंको संगठित प्रयास करना आवश्यक है, अखिल भारतीय हिंदू युवा सभाके श्री. राकेश गोरखा ने जंतरमंतरके आंदोलनमें ऐसा प्रतिपादन किया ।
आंदोलनमें समर्थ संगठनके श्री. मनीष मंजुल, पाकसे विस्थापित हिंदुओंको आश्रय देनेवाले श्री. नाहर सिंह, हिंदू धर्म रक्षा संघके श्री. राम सोहनी, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. दैवेश रेडकर तथा रणरागिनीकी कु. मनीषा माहुरने उपास्थित व्यक्तियोंका मार्गदर्शन किया । आंदोलनमें अखिल भारतीय हिंदू युवा सभा, समर्थ संगठन, हिंदू धर्म रक्षा संघ, सनातन संस्था, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघके कार्यकर्ता, पाकसे आए हिंदू तथा अनेक धर्माभिमानी हिंदू सम्मिलित हुए थे ।
कर्नाटकमें आंदोलनोंको उत्स्फूर्त प्रतिसाद
बेंगलुुरू, मंगलुुरु, उडुपी, हुबली, गदग, दावणगेरे, हलीयाला, बागलकोट तथा रायचूर इन स्थानोंपर आंदोलन किया गया । इस आंदोलनमें श्रीराम सेनाके संस्थापक श्री. प्रमोद मुतालिक, हिंदू जागरण वेदिकाके श्री. हर्षवर्धन होडे, तथा भारत जागो मोर्चा, अखिल भारत महासभा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, प.पू. आसारामबापू संप्रदायके साधक तथा अन्य हिंदुत्ववादी मिलकर ६०० से अधिक धर्माभिमानी सम्मिलित हुए थे ।
इस अवसरपर निम्नांकित मांगें की गर्इं : तिरुपतिमें अवैधपद्धतिसे निर्माण किए जा रहे इस्लामी विश्वविद्यालयकी स्थापना न की जाए; गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे, `आंतकवादके नामपर निरपराध मुसलमान युवकोंको बंदी न बनाया जाए’, राज्यप्रशासनको लिखे ऐसे पत्रके संदर्भमें सारे भारतीयोंसे क्षमायाचना करें तथा कर्नाटक प्रशासनद्वारा बेरोजगार मुसलमान युवकोंको यात्री कार खरीदने हेतु किया २ लाख रुपयोंका अनुदान निरस्त करें ।
भुवनेश्वर (ओडिशा) में निषेध आंदोलन
भुवनेश्वर – हिंदुओंका प्रसिद्ध एवं प्राचीन धार्मिक स्थल श्री तिरुपति देवस्थानसे निकट चंद्रगिरी (आंध्रप्रदेश)में हीरा इंटरनैशनल इस्लामिक युनिवर्सिटीका अवैध निर्माणकार्य आरंभ है । यह निर्माणकार्य हिंदुओंके श्री थिमप्पा (श्रीविष्णु) मंदिर क्षेत्रमें हो रहा है । अनुमति न होते हुए भी विश्वविद्यालयकी ७ मालेकी अट्टालिकाका निर्माणकार्य हो रहा है । इससे भविष्यमें होनेवाला संघर्ष रोकने हेतु विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य त्वरित रोका जाए । इस अवैध निर्माणकार्यसे संबंधित दोषी लोगोंपर तथा उस हेतु वित्तीय सहायता करनेवालोंकी पूछताछ कर कार्यवाही करनेकी मांग हेतु भुवनेश्वरके तिरूमला तिरुपति देवस्थानके श्री बालाजी मंदिर प्रवेशद्वारके सामने हिंदू जनजागृति समिति, भारतीय रक्षा मंच तथा सनातन संस्थाके कार्यकर्ताओंने धरना आंदोलन किया । इस आंदोलनमें भारतीय रक्षा मंचके राष्ट्रीय सचिव श्री. अनिल धीर, हिंदू जनजागृति समितिके श्री. प्रकाश मालोंडकर, सनातन संस्थाके श्री. श्रीराम काणे तथा अन्य हिंदुत्ववादी उपस्थित थे ।
हिंदू धर्मपर हो रहे आघातोंके विरोधमें किया आंदोलन !
१. जादूटोनाविरोधी अधिनियम
२. प.पू. आसारामबापूकी अन्याय बंदी
३. मुजफ्फरनगरमें दंगा कराकर धर्मांध मुसलमानोंने की हिंदुओंकी हत्या
४. तिरुपतिमें अवैधपद्धतिसे आरंभ इस्लामी विश्वविद्यालयका निर्माणकार्य
महाराष्ट्रमें हुए आंदोलन !
घाटकोपर, प्रभादेवी, जोगेश्वरी, कोपरखैरणे (नवी मुंबई), ठाणे, संभाजीनगर, जलगाव, नागपुर, अकोला, अमरावती, दिगरस (यवतमाळ), वणी (यवतमाळ), पुणे, पिंपरी, फलटन, कोल्हापुर, मलकापुर, सांगली, दापोली, देवगड, सावंतवाडी, पनवेल
महाराष्ट्रके आंदोलनमें सम्मिलित संप्रदाय, पक्ष तथा संगठन
योग वेदांत समिति, श्री संप्रदाय, हिंदू एकता आंदोलन, हिंदू जनजागृति समिति, बजरंग दल, शिवसेना तथा भाजपा !
साधक तथा धर्माभिमानियोंका राष्ट्र एवं धर्म हेतु संगठित होना, अर्थात क्षात्रतेज एवं ब्राह्मतेजका एकत्रित आविष्कार है ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात