अश्विन शुक्ल ४ , कलियुग वर्ष ५११५
मुंबई – ह.भ.प. रामेश्वर महाराजने ये उद्गार व्यक्त किए कि वारकरी संप्रदायद्वारा यह विनती है, राज्यमें एक भी गोहत्या नहीं हो, पुलिस तथा प्रशासनको ऐसे आदेश देने चाहिए । साथ ही मुसलमान समाजद्वारा इस प्रकारके कृत्य न हों, इस बातपर भी पूरीतरहसे ध्यान रखकर सामाजिक सौहार्दता निभाए रखनेके लिए सहयोग करें ।
ह.भ.प. रामेश्वर महाराजने कांग्रेसके संसद सदस्य हुसेन दलवाई, मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण तथा गृहमंत्री रा.रा. पाटिलके पास गोहत्या बंदीकी मांगके संदर्भमें मुंबई वारकरी भवनमें वारकरियोंकी बैठकमें यह बात बताई । श्री वारकरी प्रबोधन महासमितिके संस्थापक-अध्यक्ष ह.भ.प. रामेश्वर महाराज शास्त्रीने यह जानकारी प्रसार पत्रिकाद्वारा दी कि गोहत्या करनेवालोंपर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, इस मांगके समर्थनार्थ प्रस्ताव भी सम्मत किया गया है ।
इस बैठकके लिए आचार्य गोविंददेवगिरीजी महाराज (पूर्वाश्रमीके किशोरजी व्यास), महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंदजी महाराज, महाराष्ट्र राज्य वारकरी महामंडलके अध्यक्ष ह.भ.प. प्रकाश महाराज जवंजाळ, आपेगांवके ज्ञानेश्वर महाराज संस्थानके अध्यक्ष ह.भ.प. ज्ञानेश्वर महाराज आपेगावंकर, वारकरी मंडलके अध्यक्ष ह.भ.प. रामदास महाराज बळी, राष्ट्रीय वारकरी सेनाके कोकण विभाग अध्यक्ष ह.भ.प. बापू महाराज रावकर उपस्थित थे ।
इसकी अपेक्षा राष्ट्रपतिके हस्ताक्षरके लिए रोका गया गोहत्या बंदी अधिनियम सम्मत करें ! – बजरंग दल
बजरंग दलके अध्यक्ष श्री. शंकर गायकरने दैनिक सनातन प्रभातके प्रतिनिधिको संपर्क कर यह प्रतिक्रिया व्यक्त की कि हुसेन दलवाई पत्रक निकालनेका बहाना कर गोप्रेम प्रदर्शित करनेकी अपेक्षा राष्ट्रपतिके हस्ताक्षरके कारण रोका गया महाराष्ट्रका गोहत्या बंदी अधिनियम सम्मत करें ।
श्री. गायकरने बताया कि यदि दलवाई हिंदुओंकी सहानुभूति प्राप्त करने हेतु इस प्रकारका आवाहन नहीं करते, तो उन्हें हम भेंडी बाजार तथा भिवंडीके समान अधिकांश स्थानोंपर छिपाए गए गोवंशोंके अड्डे दिखाएंगे । मुख्यमंत्रीके माध्यमसे वे उनपर कार्रवाई करनेका साहस दिखाएं ! दलवाई कांग्रेसके संसद सदस्य हैं । राज्य तथा केंद्रमें कांग्रेसकी सत्ता है । अतः दलवाईके लिए कार्रवाई करना सहज संभव है । दलवाईके पिता हमीद दलवाईने वास्तवमें मुसलमानोंमें सुधारवादी विचार अंकित किए थे । तदनुसार हुसेन दलवाई भी गोहत्याके विषयमें मौलवियोंका प्रबोधन करें । (क्या दलवाई बजरंग दलके श्री. गायकरद्वारा किया गया आवाहन स्वीकार करेंगे ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात