अश्विन शुक्ल ५ , कलियुग वर्ष ५११५
हिंदू धर्मपर हो रहे आघातोंके विरुद्ध राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनकी ओरसे आंदोलन
कोल्हापुर – हिंदू धर्मपर हो रहे आघातोंके विरुद्ध राज्यमें ६ एवं ७ अक्तूबरको राष्ट्रीय हिंदू आंदोलनकी ओरसे राज्यमें स्थान-स्थानपर आंदोलन किए गए । शिरोली (तहसील हातकणंगले) में ७ अक्तूबरको आंदोलन अनुमति प्राप्त हो, इस हेतु ग्रामपंचायत सदस्य तथा श्रीशिवप्रतिष्ठानके श्री. सुरेश यादवने ६ अक्तूबरको पुलिस थानामें आवेदन दिया । उस समय पुलिसने जमावबंदीका कारण देकर अनुमति देनेसे इनकार किया । (हिंदुओंके ही देशमें हिंदुओंपर हो रहे आघातोंके विरुद्ध आंदोलन करनेकी अनुमति प्राप्त न हो, तो क्या यह पाकिस्तान है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
जमावबंदी आदेशका उल्लंघन कर आंदोलन करनेपर भा.दं.वि. धारा १४९ के अनुसार पुलिसने श्री. यादवपर कठोर कार्यवाही करनेकी ‘नोटिस’ भेजी । (‘उलटा चोर कोतवालको डांटे’, वाली वृत्तिकी हिंदूद्वेषी पुलिस ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) अत: संतप्त हिंदुत्ववादियोंद्वारा आंदोलन करनेका निर्धार करनेपर पुलिसने अनुमति दी । (हिंदुओ, संगठित होनेका बल जानें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) तत्पश्चात हिंदुत्ववादियोंने आंदोलन किया ।
ह.भ.प. विठ्ठलतात्या पाटिलने पुलिस निरीक्षक मारुति पाटिलसे कहा कि कागल, उंचगावके साथ महाराष्ट्रके अन्य क्षेत्रोंमें आंदोलन हो रहे हैं, ऐसी स्थितिमें शिरोलीमें आंदोलन हेतु अनुमति न देना अनुचित है । पुलिसको इस आंदोलनकी अनुमति देनी चाहिए । (पुलिसको उचित भाषामें समझ देनेवाले ह.भ.प. विठ्ठलतात्या पाटिल जैसे धर्माभिमानी ही हिंदू धर्मकी शक्ति हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात