अश्विन शुक्ल ६ , कलियुग वर्ष ५११५
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हिंदुओ, निरंतर इस प्रकार गोवंशोंकी रक्षा न करनी पडे, इसलिए हिंदू राष्ट्रकी स्थापना करें !
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टेम्पोमें ठसाठस घुसेडनेके कारण गोवंशोंकी दुर्दशा
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संकेश्वर (जनपद बेलगांव) – हिंदूनिष्ठोंद्वारा ७ अक्तूबरको केए २३-८४२२ क्रमांकके टेम्पोसे गोकाकसे निपाणीकी ओर ले जानेवाली ४ गौएं तथा ११ बछडोंको मुक्त किया गया । इस संदर्भमें संकेश्वर पुलिसने हसन अन्सारी कल्लोली (निवासी गोकाक, जनपद बेलगांम)को बंदी बनाया है । ( धर्मांधोंके चंगुलसे गौओंको मुक्त करनेवाले सभी धर्माभिमानियोंका अभिनंदन ! हिंदुओंद्वारा यदि इसी प्रकार संगठित होकर गोवंशोंकी रक्षा की गई, तो निश्चय ही गोहत्यापर प्रतिबंध लग जाएगा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस टेम्पोमें १५ गोवंशोंको ठसाठस ठूंसा गया था । जब गोरक्षक धर्माभिमानी तथा हिंदूनिष्ठोंने कल्लोलीके पास इस विषयके पत्रकोंके संदर्भमें पूछताछ की, तो उसके पास पत्रक नहीं थे । अतः गोरक्षक तथा हिंदूनिष्ठोंने इसकी सूचना पुलिसको दी । तदुपरांत पुलिस उपनिरीक्षक नावलगट्टीने भा.दं.वि. धारा ४, ८, ९, ११, कर्नाटक गोवंश प्रतिबंधक तथा जानवर परिरक्षक अधिनियम १९६४ नुसार कल्लोलीपर अपराध प्रविष्ट किया तथा उसे बंदी बनाया । हिंदूनिष्ठोंने गोवंशको हरगापुर गोशालामें छोड दिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात