अश्विन शुक्ल ८ , कलियुग वर्ष ५११५
स्वामी निश्चलानंद सरस्वती |
बटाला (पंजाब) – हाला ही में पुरी पीठके शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीने यहां प्रतिपादित किया कि केंद्रकी कांग्रेस सरकारद्वारा हिंदुओंकी आस्था, मानबिंदू एवं संतोंपर आघात करनेका षडयंत्र रचा गया है । राजनीतिमें प्रतिशोधकी भावना बढ रही है । इस अवसरपर उन्होंने यह प्रश्न भी उपस्थित किया कि देश एवं समाजका कल्याण होगा ? स्वामी निश्चलानंद सरस्वतीने आगे कहा कि केंद्रसरकार विकास एवं राजस्वके नामपर प्रकृतिपर अत्याचार कर रही है । साथ ही हिंदुओंके मठों एवं मंदिरोंको नियंत्रणमें लेनेका प्रयास कर रही है । वर्तमान समयमें अपने राजनीतिक स्वार्थके लिए हिंदुओंके संतोंको लक्ष्य किया जा रहा है । प.पू. आसारामबापूजीपर लगाए गए आरोपोंके संदर्भमें शीघ्र ही दूध-का-दूध एवं पानी-का-पानी होगा ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात