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रतनगढ़ मंदिर हादसा :११५ की मौत, CM ने दिए अधिकारियों पर कार्रवाई के संकेत

अश्विन शुक्ल १० , कलियुग वर्ष ५११५
दतिया – मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दतिया जिले के रतनगढ़ में रविवार को हुए हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि प्रथम दृष्टया जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक निर्वाचन आयोग से अनुमति मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई करेंगे। इस भगदड़ में करीब ११५ लोगों की मौत हो गई। वहीं घायलों की संख्या भी १०० के आसपास बताई जा रही है।

घटना के बाद की स्थिति का जायजा लेने पहुंचे चौहान ने यहां पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार ने पूरी घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और न्यायिक आयोग का गठन कल तक हो जाएगा।  उन्होंने कहा कि आयोग से दो माह में अपनी जांच पूरी करने का अनुरोध किया जाएगा और उसकी रिपोर्ट आने पर १५ दिन के अंदर कार्रवाई करने का प्रयास किया जाएगा।

स्त्रोत : पंजाब केसरी


मध्य प्रदेश : रतनगढ़ देवी मंदिर में भगदड़ में ७० की मौत

अश्विन शुक्ल ९ , कलियुग वर्ष ५११५


भोपाल – मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित रतनगढ़ माता मंदिर परिसर के पास रविवार की सुबह भगदड़ मच गई। हादसे में कम से कम ७० लोगों की मौत की आशंका है, जबकि १०० से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। उधर, सरकार ने मृतकों के परिवार जनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।

सूत्रों की मानें तो नवरात्रि और दशहरे की वजह से मंदिर के दर्शनों के लिए काफी संख्या में लोगों की भीड़ यहां पहुंची थी। मंदिर से सटे पुल पर काफी भीड़ होने के कारण पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने का प्रयास किया। इस बीच पुल की रेलिंग टूटने के कारण लोगों के नदी में गिरने की सूचना आई है। नदी में काफी पानी होने के कारण गोतोखोरों और अन्य ग्रामीणों को वहां बुलाया गया है।

सूत्रों की मानें तो मौके पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। पुलिस के इंतजाम से नाराज श्रद्धालुओं ने पुलिस पर पत्थरबाजी की। इससे पहले पांच साल पहले इस स्थान पर भगदड़ की घटना हुई थी। जिसमें कई लोगों की जानें गई थी।

उधर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विपक्ष के नेता अजय सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हादसे पर दुख जताया है। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी श्रद्धालुओं से निवेदन करते हुए संयम बनाए रखने की अपील भी की। राज्य सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की सहायता राशि देने का एलान किया। वहीं गंभीर रूप से घायलों को ५०-५० हजार रुपये और मामूली रूप से घायलों २५-२५ हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

चंबल क्षेत्र के डीआइजी डीके आर्या ने कम से कम ७० लोगों के मौत की पुष्टि की है। वहीं राज्य के मुख्य सचिव एंटनी डेसा व डीजीपी नंदन दूबे घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

स्त्रोत : जागरण

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