अश्विन शुक्ल १० , कलियुग वर्ष ५११५
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सांगली – वर्तमानमें देशमें बलात्कारकी घटनाओंमें बडी मात्रामें बढोतरी हो रही है । उनपर किए जानेवाले विविध उपाय व्यर्थ सिद्ध हो रहे हैं । इन घटनाओंको रोकने हेतु बलात्कारियोंको मृत्युदंड जैसी कठोर सजा देनेकी आवश्यकता है, श्रीशिवप्रतिष्ठानके संस्थापक पू. संभाजीराव भिडे (गुरुजी) ने ऐसा प्रतिपादन किया । वे श्री दुर्गामाता दौडके आठवें दिन धारकरियोंको मार्गदर्शन कर रहे थे ।
पू. भिडे (गुरुजी) ने आगे कहा, `बलात्कारकी घटनामें ४८ घंटोंमें कार्यवाही होना अपेक्षित है । आज उस प्रकारकी इच्छाशक्तिवाले शासनकर्ताओंकी ही आवश्यकता है । दांडियाके नामपर चलनेवाले अपप्रकारोंके कारण अपनी संस्कृति एवं धर्मकी हानि हो रही है । वर्तमानमें देशको स्वतंत्रताकी उपासना करनेवाले समाजकी आवश्यकता है । हाथमें दांडियां लेनेसे वह कभी भी साध्य नहीं होगा’ । ११ अक्तूबरको सनातनके साधक दंपति श्रीमती सुप्रिया तथा संजय घाटगे एवं श्रीमती वासंती तथा आण्णासाहेब वरेकरने अलग-अलग स्थानोंपर श्री दुर्गामाता दौडका स्वागत किया ।
स्त्रोत : सनातन प्रभात